संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरु होगा। 26 दिनों तक चलनेवाले इस सत्र में 19 बैठकें होंगी। हालांकि कल, 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर संसद की बैठक नहीं होगी। संविधान दिवस पर मुख्य कार्यक्रम संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में होगा, जहां 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकार किया गया था।
इससे पहले, संसद के दोनों सदनों का सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित करने के संबंध में विचार-विमर्श के लिए नई दिल्ली में कल सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार संसद में किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्षी दलों से लोकसभा और राज्यसभा के सुचारू रूप से संचालन में सहयोग करने की अपील की।
श्री रिजिजू ने कहा कि तीस राजनीतिक दलों के 42 नेताओं ने बैठक में भाग लिया और हर दल के नेता ने अपने सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि नेताओं के सुझावों पर कार्य मंत्रणा समिति में चर्चा की जाएगी कि लोकसभा और राज्यसभा में कौन से मुद्दे उठाए जाएं। श्री रिजिजू ने कहा कि सरकार दोनों सदनों में उचित और शांतिपूर्ण चर्चा चाहती है।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि पार्टी ने उद्योगपति द्वारा कथित रिश्वत घोटाले, मणिपुर की स्थिति, बेरोजगारी और उत्तर भारत में प्रदूषण सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की मांग की है।
सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार के मंत्री जेपी नड्डा, अनुप्रिया पटेल और एल मुरुगन, बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा, समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव, एमडीएमके के सांसद वाइको, कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश और अन्य लोग शामिल हुए।