अगरतला, 4 नवंबर: टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने एक बार फिर तत्काल भर्ती की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी के बावजूद राज्य सरकार उनकी नियुक्ति के लिए कोई पहल नहीं कर रही है. नतीजा यह हुआ कि हम लोग टीईटी पास करने के बाद दो साल से नौकरी की आस में बैठे हैं.
आज अगरतला प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन में बेरोजगार टीईटी उत्तीर्णों ने रोजगार की मांग को लेकर मुख्यमंत्री और टीआरबीटी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया। उनके मुताबिक 2022 में टेट स्नातकों की नियुक्ति को लेकर विभाग चुप्पी साधे हुए है. राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की कमी के बावजूद नियुक्ति की पहल नहीं की जा रही है. परिणामस्वरूप बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने निराशा भरे स्वर में कहा कि नियुक्ति की मांग को लेकर कई बार आवाज उठाने के बावजूद निराशा ही हाथ लगी है.
उनके मुताबिक, मैंने नियुक्ति के लिए टीआरबीटी अधिकारियों को कई बार आवेदन दिया है. मैंने मुख्यमंत्री से मिलकर आग्रह करने की कोशिश की, लेकिन मिलने की अनुमति नहीं दी गयी. इसलिए मैं लाचार इंसान की तरह नौकरी का इंतजार कर रहा हूं.’
उनका दावा है कि टीआरबीटी अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि सरकार की मंजूरी मिलने तक भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद ही आवश्यक पहल की जायेगी. इसलिए उन्होंने राज्य सरकार से सत्तर से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने का विनम्र अनुरोध किया है.