-पीपीपी के तहत बने इसे प्लांट में कचरा से रोजाना 360 मेगावाट बिजली होगी पैदा
अहमदाबाद, 1 नवंबर (हि.स.)। केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को गुजरात के सबसे बड़े वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का लोकार्पण किया। इस प्लांट को जिंदल अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी संचालित करेगी और इससे पैदा होने वाली बिजली गुजरात ऊर्जा विकास निगम को बेचेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के पीराणा रोड पर स्थित अहमदाबाद महानगर पालिका (एएमसी) के पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशीप (पीपीपी) के तहत 375 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का लोकार्पण किया। पीपीपी के तहत बना यह प्लांट जिंदल अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी की ओर से संचालित किया जाएगा। इस प्लांट से पैदा होने वाली बिजली गुजरात ऊर्जा विकास निगम को एजेंसी प्रति किलोवाट 6.31 रुपये के हिसाब से बेचेगी।
एएमसी के स्थाई समिति अध्यक्ष देवांग दाणी ने बताया कि एएमसी ने डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन से जमा हुए कचरा को पीराणा डंपिंग साइट पर इकट्ठा करती है। कचरा का यहां अलग-अलग प्रोसेस और सेग्रीगेट किया जाता है। जिंदल अर्बन वेस्ट मैनेंजमेंट कंपनी के प्लांट में हर घंटे 15 मेगावाट यानी रोजाना 360 मेगावाट बिजली पैदा किया जाएगा। एजेंसी एएमसी से सॉलिड वेस्ट का आरडीएफ बेस्ड इन्सीनरेशन टेक्नोलॉजी की मदद से बॉइलर में एएमसी के वेस्ट इंसीनरेट कर 65 टीपीएच स्टीम जनरेट करेगी। इस स्टीम की समायता से 15 मेगावाट प्रति घंटे बिजली पैदा की जाएगी। इस तरह कुल 1000 टन सॉलिड कचरा रोजाना 360 मेगावाट बिजली उत्पन्न करेगा। इस बिजली को पावर ग्रिड में सप्लाई किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद शहर से रोजाना 5 हजार मैट्रिक टन कचरा पीराणा स्थित डंपिंग साइट पर जमा होता है। इस कचरा का प्रोसेस कर इसका निष्पादन किया जाता है। इसमें एक हजार कचरा का प्रोसेस कर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का संचालन किया जाएगा, जिससे रोजाना करीब 360 मेगावाट बिजली पैदा होगी।