नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रीय एकता दिवस पर कहा कि ‘एक देश, एक संविधान’ का संकल्प पूरा करने के बाद अब उनकी सरकार देश में ‘एक देश, एक चुनाव’ और ‘एक देश, एक समान नागरिक संहिता’ को लागू करने की दिशा में काम कर रही है। गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री र मोदी ने आज सुबह भाग लिया। इस वर्ष के राष्ट्रीय एकता दिवस आयोजन की बैकग्राउंड थीम छत्रपति शिवाजी महाराज का रायगढ़ किला है।
प्रधानमंत्री ने संबोधन में अपनी सरकार के एकता की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आज बहुत से विषयों को पूरे राष्ट्र में एक समान लागू किया है। इसमें स्वास्थ्य सुविधा, पहचान पत्र, राशन, बिजली ग्रीड जैसे विषय शामिल है। आज पूरे देश में एक संविधान समान रूप से लागू है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने अनुच्छेद-370 हटने के बाद इस बार पहली बार पद भार ग्रहण करते समय संविधान की शपथ ली है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में देश से नक्सलवाद का खात्मा, पूर्वोत्तर में अलगाववादियों को मुख्य धारा में शामिल करना और आतंक को करारा जवाब देने जैसे विषय भी शामिल रहे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने एकता दिवस पर एकता शपथ दिलाई और एकता दिवस परेड का अवलोकन किया। इस परेड में नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एनसीसी और एक मार्चिंग बैंड की 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल हुई। विशेष आकर्षणों में एनएसजी की हेल मार्च टुकड़ी, बीएसएफ और सीआरपीएफ के महिला और पुरुष बाइकर द्वारा साहसी प्रदर्शन, बीएसएफ द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट के संयोजन पर एक शो, स्कूली बच्चों द्वारा पाइप बैंड शो, भारतीय वायु सेना द्वारा ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट आदि शामिल रहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और विश्वास की एकता ही ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण की को गति देती है। हमारी हर योजना, नीति और नीयत में एकता प्राण शक्ति है। इसे देखकर सरदार साहब की भी आत्मा जहां होगी हमें अवश्य आशीर्वाद दे रही होगी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी उद्धृत किया। उन्होंने कहा कि वह कहते थे कि विविधता में एक होकर रहने की हमारी क्षमता की लगातार परीक्षा होती रहेगी जिसे हमें हर परिस्थिति में पास करना आवश्यक है। उन्हें खुशी है कि पिछले 10 साल में उनकी सरकार ने विविधता में एकता को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्ष का कालखंड भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियां भरा रहा है। आज सरकार के हर काम हर मिशन में राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि आज सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत हो गई है। अगले दो सालों में देश उनकी उपलब्धियां को उत्सव मनाएगा। इस कालखंड में सरकार की हर पहल और मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय एकता की दिशा में किए गए प्रयासों और उपलब्धियां को सम्मान की दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज को भी याद किया। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। उन्होंने आक्रांताओं को खदेड़ने के लिए सबको एक किया।