अगरतला, 29 अक्टूबर : त्रिपुरा में घुसपैठ रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बढ़ाना होगा। मुख्यमंत्री लगातार केंद्र एही गुजारिश कर रहे हैं। उनके मुताबिक, घुसपैठ रोकने के लिए त्रिपुरा में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है। लेकिन वह चिंता जताते हुए कहते हैं, ”फिर भी घुसपैठ जारी है।”
संयोग से, त्रिपुरा में घुसपैठ एक गंभीर मुद्दा बन गया है। बांग्लादेशी और रोहिंग्या अक्सर सुरक्षाकर्मियों के जाल में फंस जाते हैं। सीमा पार से इनकी घुसपैठ भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती बनी हुई है। इतना ही नहीं, इससे त्रिपुरा में शांति और सद्भाव को खतरा है।
आज त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने घुसपैठ को लेकर कड़ा संदेश दिया हैं। उन्होंने साफ किया कि त्रिपुरा में घुसपैठ किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा घुसपैठ को रोकने में कुछ समस्याएँ आई हैं। इस मसले पर लगातार केंद्र सरकार का ध्यान खींचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में बिना बाड़ वाली सीमा पर सख्त सुरक्षा उपाय तैनात करने के लिए केंद्र सरकार से आवेदन किया गया है। राज्य में बांग्लादेशियों के अवैध प्रवेश को रोका जाना चाहिए।
उनके मुताबिक सीमा पर सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ के पास है। त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और त्रिपुरा पुलिस भी घुसपैठ को रोकने के लिए राज्य के अंदर अथक प्रयास कर रहा है। उन्होंने दावा किया, इसलिए सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार से चर्चा चल रही है।