चक्रवात ‘दाना’ के मद्देनजर वायु सेना और तटरक्षक बल हाई अलर्ट पर

– विमानों के जरिए एनडीआरएफ टीम और राहत सामग्री को हवाई मार्ग से पहुंचाया गया – चक्रवात के 24-25 अक्टूबर को प. बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने का अनुमान

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (हि.स.)। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर चक्रवात दाना के आने से पहले भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) हाई अलर्ट पर हैं। वायु सेना ने दो विमानों के जरिए एनडीआरएफ की टीमों को राहत सामग्री के साथ बठिंडा और पुद्दुचेरी से आज सुबह ओडिशा पहुंचा दिया है। इसी तरह तटरक्षक बल ने अपने जहाजों और विमानों को समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति का तुरंत जवाब देने के लिए रणनीतिक रूप से तैनात किया है। चक्रवात के 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर आने का अनुमान है, इसलिए समुद्र में जान-माल की सुरक्षा के लिए कई निवारक उपाय लागू किए गए हैं।

वायु सेना के अनुसार चक्रवात ‘दाना’ के मद्देनजर पूर्व की तैयारियों के तहत दो विमानों ने बुधवार को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 150 कर्मियों और राहत सामग्री को भुवनेश्वर पहुंचाया। एनडीआरएफ कर्मियों और राहत सामग्री को लेकर एक आईएल 76 और एएन 32 विमान बठिंडा से आए और आज सुबह भुवनेश्वर में उतरे। एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहेदी ने कहा कि ओडिशा में 20 टीमें, पश्चिम बंगाल में 17 टीमें रिजर्व में रखी गई हैं। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में तैयारी की गई है तथा झारखंड में 9 टीमें हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि कल चक्रवात के आने से पहले आज अधिकतम निकासी कर ली जाएगी। जरूरत पड़ने पर वायु सेना की मदद से एनडीआरएफ की और टीमों को बुलाया जायेगा।

चक्रवात ‘दाना’ के 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने का अनुमान है, इसलिए आईसीजी (उत्तर-पूर्व) ने समुद्र में जान-माल की सुरक्षा के लिए कई निवारक उपाय लागू किए हैं। आईसीजी की स्थिति पर बारीकी से नजर है और चक्रवात के प्रभाव से उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं। आईसीजी ने मछुआरों और नाविकों को नियमित मौसम की चेतावनी और सुरक्षा सलाह प्रसारित करने के लिए जहाजों, विमानों और रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशनों को काम सौंपा है। ये अलर्ट सभी मछली पकड़ने वाले जहाजों को भेजकर तुरंत किनारे पर लौटने और सुरक्षित आश्रय लेने का आग्रह किया जा रहा है। भारतीय तटरक्षक बल हाई अलर्ट पर है तथा आपदा राहत टीमें और संसाधन सहायता, बचाव और राहत कार्य करने के लिए तैयार हैं।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के केंद्रपाड़ा के भीतर कनिका और ओडिशा तट के भद्रक या बालासोर के बीच टकराने का अनुमान है। ओडिशा सरकार का अनुमान है कि तूफान बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, मयूरभंज, जगतसिंहपुर और पुरी जिलों में अधिकतम असर होगा। आईएमडी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के पूर्व मध्य पर एक गहरा दबाव 18 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। बुधवार सुबह 5:30 बजे 16.3 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 89.9 डिग्री पूर्वी देशांतर पर केंद्रित था। यह दबाव पारादीप (ओडिशा) से 560 किमी दक्षिण पूर्व में सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 630 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और खेपुपारा (बांग्लादेश) से 630 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में था।

चक्रवात ‘दाना’ पर आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा कि गहरा दबाव आज सुबह 5.30 बजे चक्रवात तूफान में बदल गया है। अनुमान है कि यह 24 अक्टूबर की मध्यरात्रि से 25 अक्टूबर की सुबह तक दस्तक देगा और इसकी अनुमानित गति 100-110 किमी प्रति घंटा होगी। इस दौरान 120 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार से हवा चल सकती है और 7-20 सेमी. बारिश हो सकती है। इसीलिए 24 और 25 अक्टूबर के लिए रेड वार्निंग जारी की गई है और मछुआरों को 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

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