कोकराझार (असम), 22 अक्टूबर (हि.स.)। जिला सहकारी विकास समिति (डीसीडीसी) की समीक्षा बैठक और संयुक्त कार्य समिति (जेडब्ल्यूसी) का उद्घाटन बैठक आज कोकराझार के जिला आयुक्त के सम्मेलन कक्ष में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एडीसी नित्य बिनोद वारी ने की, जिन्होंने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए जिले में विभिन्न सहकारी विकास पहलों पर चर्चा की शुरुआत की।
बैठक के दौरान, सहकारी समितियों के अतिरिक्त रजिस्ट्रार एवं विभाग प्रमुख (सीएचडी) और डीसीडीसी के संयोजक, जयंत खेरकतारी ने कोकराझार जिले में विभाग की पहलों की प्रगति पर व्यापक जानकारी प्रदान की। जिन प्रमुख विकासों पर चर्चा की गई, उनमें प्राथमिक कृषि क्रेडिट सोसाइटियों (पीएसीएस) का कम्प्यूटरीकरण, राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस में डेटा एंट्री, कॉमन सर्विस सेंटर्स की स्थापना, जन औषधि केंद्रों का उद्घाटन, विश्व के सबसे बड़े अनाज भंडारण संयंत्र का विकास, किसान उत्पादक संगठनों (एपपीओएस) का संगठन, पीएसीएस को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों के रूप में नामित करना और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों (पीएमएफएमई) योजना का कार्यान्वयन शामिल थे।
अपने संबोधन में अध्यक्ष ने समय पर सेवा वितरण, अंतर-विभागीय सहयोग और निरंतर प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर दिया ताकि जिले में सहकारी समितियों की वृद्धि और सफलता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने सभी विभागों से इन पहलों का अधिकतम प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया।
इस बैठक में सहकारिता विभाग के अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी (डीएओ), डीआईसीसी कोकराझार के कार्यकारी अधिकारी, नबार्ड के जिला विकास प्रबंधक, एपेक्स बैंक के प्रबंधक और जिले की विभिन्न सहकारी समितियों के अध्यक्ष और सचिव शामिल थे।