– 20 कंपनियों के 8.32 अरब डॉलर से अधिक के शेयरों की इस सप्ताह होगी लिस्टिंग
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय स्टॉक मार्केट समेत पूरे एशियाई शेयर बाजारों के लिए ये सप्ताह काफी व्यस्त सप्ताह होने वाला है। इस सप्ताह एशिया के शेयर बाजारों में 20 से ज्यादा कंपनियों के शेयर लिस्ट होने वाले हैं। इन सभी कंपनियों के आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में 8.32 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया गया है। एशिया के शेयर बाजार में लगभग ढाई साल बाद इतने बड़े वीकली वॉल्यूम में शेयरों की लिस्टिंग होने वाली है। इसके पहले अप्रैल 2022 के तीसरे सप्ताह में एशियाई बाजारों में इतने अधिक वॉल्यूम में लिस्टिंग हुई थी।
एशियाई बाजारों में भारतीय शेयर बाजार का प्रमुख स्थान है। इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड समेत 3 कंपनियों के शेयर स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने वाले हैं। इन तीनों में हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। 27,870.16 करोड़ रुपये का ये आईपीओ 22 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होगा। देश का सबसे बड़ा आईपीओ होने के बावजूद इसे रिटेल इन्वेस्टर्स और नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) की ओर से काफी ठंडा रिस्पॉन्स मिला था। हालांकि सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) द्वारा जम कर बोली लगाने के कारण ये आईपीओ दोगुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था।
भारतीय बाजार के अलावा जापान की टोक्यो मेट्रो कंपनी के आईपीओ की 23 अक्टूबर को लिस्टिंग होने वाली है। इस आईपीओ के तहत जारी टोक्यो मेट्रो कंपनी ने 2.3 अरब डॉलर जुटाए हैं। जापान में 2018 के बाद ये अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसी तरह जापान की कंपनी रिंगाकू होल्डिंग कॉर्प के शेयर 25 अक्टूबर को लिस्ट होंगे। जापान की इस एक्स-रे टेक्नोलॉजी कंपनी के आईपीओ का साइज 75 करोड़ डॉलर का है। जापानी बाजार में उथल-पुथल होने के बावजूद इन दोनों कंपनियों को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है।
भारत और जापान के अलावा चीन में भी इस सप्ताह लिस्टिंग से हलचल बनी रहने वाली है। चीन में बोतल बंद पानी का कारोबार करने वाली चाइना रिसोर्सेस बेवरेज होल्डिंग कंपनी के शेयर 23 अक्टूबर को लिस्ट होने वाले हैं। इसी तरह ऑटोनॉमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी फर्म होराइजन रोबोटिक्स इंक के शेयर 24 अक्टूबर को लिस्ट होंगे। इन दोनों कंपनियों के आईपीओ का कुल साइज 1.34 अरब डॉलर से अधिक है।
जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह एशियाई बाजारों में विशेष रूप से भारत, जापान और चीन की कंपनियां हलचल मचाने वाली है इन कंपनियों के आईपीओ को मिला ओवरऑल रिस्पॉन्स पूरे एशिया प्रशांत क्षेत्र में प्राइमरी मार्केट के रिवाइवल को दर्शाता है। एशियाई बाजार में लिस्ट होने वाली कंपनियों के शेयरों के प्रदर्शन पर बैंकर्स की भी नजर टिकी रहने वाली है, क्योंकि उनके प्रदर्शन से भविष्य में आने वाले आईपीओ की सस्टेनेबिलिटी को लेकर अनुमान लगाया जा सकेगा। इस सप्ताह के बाद भी एशियाई बाजारों में कई इक्विटी ऑफर्स आने की बात कही जा रही है। कई बड़ी कंपनियां अमेरिका में 5 नवंबर को होने वाले चुनाव के पहले अपने डील को क्लोज करना चाहती हैं। इसलिए अगले सप्ताह में भी एशियाई शेयर बाजारों की हलचल तेज रहने की उम्मीद है।