नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (हि.स.)। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों को तर्कसंगत बनाने पर गठित मंत्री समूह (जीओएम) ने शनिवार को 20 लीटर की पानी की बोतल, साइकिल और नोटबुक पर जीएसटी दर घटाकर 5 फीसदी करने का फैसला किया है लेकिन उच्च श्रेणी की कलाई घड़ियों और जूतों पर कर की दर बढ़ाने का सुझाव दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के नेतृत्व में जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाने पर गठित मंत्रियों के समूह द्वारा लिए गए जीएसटी दर पुनर्गठन के फैसले से 22 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लाभ होगा। जीओएम ने महंगी कलाई घड़ियों और जूतों पर कर बढ़ाने का सुझाव दिया लेकिन मंत्रियों के समूह ने 20 लीटर की पैकेज्ड पेयजल बोतलों, साइकिलों और अभ्यास नोटबुक पर कर की दरों को घटाकर 5 फीसदी करने का फैसला किया है।
जीओएम ने 20 लीटर और उससे अधिक मात्रा की पानी की बोतलों पर जीएसटी को 18 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी करने का सुझाव दिया है। इसके साथ ही अभ्यास नोटबुक पर जीएसटी 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी करने की सिफारिश भी की गई। इसी तरह 10 हजार रुपये से कम कीमत वाली साइकिल पर जीएसटी दर को 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी करने का सुझाव दिया गया है।
जीओएम ने 15 हजार रुपये से अधिक कीमत वाले जूतों और 25 हजार रुपये से अधिक कीमत वाली कलाई घड़ियों पर जीएसटी दर को 18 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने का भी सुझाव दिया है। छह सदस्यीय जीओएम में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान के स्वास्थ्य सेवा मंत्री गजेंद्र सिंह, कर्नाटक के राजस्व मंत्री कृष्ण बायर गौड़ा और केरल के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल भी शामिल हैं। इन सिफारिशों पर अंतिम फैसला जीएसटी परिषद करेगी।