अगरतला, 19 अक्टूबर: तिप्रा मोथा के पूर्व सुप्रीमो और एमडीसी प्रद्योत किशोर देवबर्मन ने त्रिपुरा में धर्म के नाम पर जहर फैलाने के बजाय राज्य के विकास के लिए सोचने को कहा। एक ऑडियो संदेश में उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि राज्य में जातियों, जनजातियों और धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच सांप्रदायिक गुदगुदी कर जहर फैलाया जा रहा है। मैं राज्य की इस हालत को चुपचाप बर्दाश्त नहीं करूंगा, चाहे सत्तारूढ़ गठबंधन भागीदार ही क्यों न हो। दरअसल, इस दिन उन्होंने मुख्य गठबंधन सहयोगी बीजेपी को राज्य में मौजूदा अव्यवस्था को बदलने की चेतावनी दी थी।
इस दिन उन्होंने कहा, सत्तारूढ़ गठबंधन का सदस्य होने के बावजूद हमें अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। क्योंकि हम सत्ता में चुप रहने के लिए नहीं आये हैं। जो लोग गलत काम में लगे हैं उन्हें एकजुट होकर संघर्ष करना चाहिए और सिखाना चाहिए। इस दिन उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ दिनों से त्रिपुरा में जाति के लोग और अल्पसंख्यक समुदाय धर्म को लेकर लड़ रहे हैं। लेकिन राज्य में विकास के बारे में कोई नहीं सोच रहा है। त्रिपुरा में धर्म के नाम पर जहर फैलाया जा रहा है। उकसाने में शामिल लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें जल्द से जल्द सजा दी जानी चाहिए।’ उसके लिए सभी को मिलकर लड़ना होगा।
उनके शब्दों में तिप्रा मोथा दल किसी के आगे नहीं झुका। मैंने तिप्रासा लोगों के संवैधानिक अधिकारों को साकार करने के लिए स्थापना की है। तिप्रासा लोगों को मिलकर उन लोगों को सजा दिलाने के लिए आवाज उठानी चाहिए जो पार्टी के साथ गलत काम कर रहे हैं।