काठमांडू, 18 अक्टूबर (हि.स.)। नेपाल के राजनीतिक गलियारे में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब सत्ता पक्ष में शामिल लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष की प्रतिपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल होने की तस्वीर सार्वजनिक हुई। सत्ता पक्ष के नेताओं की समझ में नहीं आया कि यह अचानक कैसे हो गया।हालांकि, इस बारे में लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के महासचिव डॉ. सुरेंद्र झा ने जल्द ही स्पष्टीकरण देने की बात कही है।
प्रमुख प्रतिपक्षी दल के नेता तथा माओवादी पार्टी के अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने शुक्रवार को सभी विपक्षी दलों की एक बैठक सरकार के विरुद्ध रणनीति बनाने के लिए बुलाई थी। इस बैठक में प्रतिपक्षी दल राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी, एकीकृत समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी सहित कुछ छोटे दल के नेता शामिल हुए लेकिन सर्वाधिक चर्चा सत्ता पक्ष के एक नेता की उपस्थिति की रही। बैठक में केपी ओली की सरकार का हिस्सा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष महंत ठाकुर भी मौजूद रहे। प्रचंड ने बैठक की एक तस्वीर सार्वजनिक कर दी, जिसमें उनके सबसे करीब बैठे महंत ठाकुर को लेकर सत्ता पक्ष के नेताओं ने सवाल खड़ा किया है।
सत्तारूढ़ नेकपा एमाले के महासचिव शंकर पोखरेल ने प्रतिपक्षी गठबंधन की बैठक में ठाकुर की सहभागिता पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस बारे में उनसे स्पष्टीकरण लिया जाएगा। पोखरेल का कहना है कि सत्ता गठबंधन में शामिल ठाकुर के इस तरह विपक्षी गठबंधन की बैठक में जाने से गलत संदेश गया है। इस भ्रम को जल्द ही खत्म किया जाएगा।
हालांकि, इस बारे में लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के महासचिव डॉ. सुरेंद्र झा ने कहा कि हमारी पार्टी के अध्यक्ष महंत ठाकुर को माओवादी पार्टी के अध्यक्ष प्रचंड ने सामान्य मुलाकात के लिए बुलाया था। उनको प्रतिपक्षी बैठक होने की जानकारी नहीं थी। प्रचंड ने भ्रम में रखकर उसी समय विपक्षी दल के अन्य नेताओं को बुलाकर राजनीतिक स्टंट किया है। झा ने बताया कि जल्द ही हमारी पार्टी की तरफ से एक बयान जारी करके इस बारे में स्पष्टीकरण दिया जाएगा।