नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (हि.स.)। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह राजधानी के लोगों को प्रदूषण के धुंध का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को राजधानी में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब श्रेणी के साथ 293 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार अगले दो दिनों तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार के आसार नहीं हैं। शुक्रवार को राजधानी के आठ से ज्यादा स्थानों पर एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी यानी 300 के पार पहुंच गया।
सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली के द्वारका सेक्टर 8 में 334, एयरपोर्ट टी 3 टर्मिलनल के आसपास 262, मुंडका में 375, पूसा में 242, आयानगर में 314, शादीपुर में 315, मंदिर मार्ग में 284, वजीरपुर में 381, रोहिणी में 362 एक्यूआई दर्ज किया गया।
दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का पहला चरण लागू कर दिया है। हालात ऐसे ही रहे तो जल्दी ही ग्रैप का चरण दो भी लागू कर दिया जाएगा। ग्रैप-1 तब लागू किया जाता है, जब शहर का एक्यूआई 200 के पार पहुंच जाता है। ग्रैप-1 लागू होने के बाद होटलों और रेस्तरां में कोयला और लकड़ी के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध है। इसके अलावा पुराने पेट्रोल और डीजल वाहनों (बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल) के संचालन पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। साथ ही निर्माण और विध्वंस (सीएंडडी) गतिविधियों में धूलशमन उपायों और सीएंडडी कचरे के ठोस पर्यावरण प्रबंधन पर निर्देशों का उचित कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें 500 वर्ग मीटर के बराबर या उससे अधिक के भूखंड आकार वाली ऐसी परियोजनाओं के संबंध में सीएंडडी गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी, जो संबंधित के वेब पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हैं।