देवीलाल परिवार के ज्यादातर सदस्य हारे, पाेता नहीं बचा पाया दादा का गढ़

श्रुति चौधरी ने जीती बंसीलाल की विरासत की जंग

चंडीगढ़, 8 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा में 15वीं विधानसभा के लिए घोषित हुए चुनाव परिणाम बेहद चौंकाने वाले रहे हैं। इस बार पूरे प्रदेश की निगाहें लंबे समय तक हरियाणा में राज करने वाले तीन लालों के परिजनों पर लगी हुई थी। हरियाणा में कई बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय देवीलाल, भजनलाल तथा बंसीलाल के वंशज इस चुनाव में उतरे हुए थे, जिनमें से ज्यादातर को हार का सामना करना पड़ा है।

पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह भाजपा से बागी होकर रानियां से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और हार गए। देवीलाल के पौत्र एवं ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अभय चौटाला भी इस बार ऐलनाबाद से चुनाव हार गए हैं। ओम प्रकाश चौटाला के एक पौत्र एवं अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला रानियां हलके से चुनाव जीत गए हैं। डबवाली से भाजपा छोड़कर इनेलो में आए स्वर्गीय देवीलाल के वंशज आदित्य देवीलाल भी चुनाव जीत गए हैं। आदित्य देवीलाल ने अपने ही परिवार के अमित सिहाग व दिग्विजय चौटाला को हराकर यह चुनाव जीता है।

देवीलाल परिवार में इस बार सबसे दयनीय स्थिति दुष्यंत चौटाला के साथ बनी है। उचाना से चुनाव लड़ने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पांचवें स्थान पर रहे हैं। इसी परिवार की सुनैना चौटाला इनेलो की टिकट पर फतेहाबाद से चुनाव लड़ीं और पिछड़ कर तीसरे नंबर पर रह गईं।

हरियाणा के दूसरे लाल भजन लाल के परिवार से इस बार दो सदस्य चुनाव मैदान में थे। लंबे बनवास के बाद भजनलाल के बड़े चंद्रमोहन बिश्नोई करीब दो हजार मतों के अंतर से पंचकूला विधानसभा हलके से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत गए हैं। भजनलाल की पुश्तैनी सीट आदमपुर से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले भव्य बिश्नोई हार गए हैं। भव्य इस बार अपने परिवार की पुश्तैनी सीट काे नहीं बचा पाए हैं।

इस चुनाव में स्वर्गीय बंसीलाल की राजनीतिक विरासत की जंग बहुत तेज रही है। भाजपा ने जहां तोशाम सीट से बंसीलाल की पौत्री एवं किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा था वहीं कांग्रेस ने बंसी लाल के बेटे रणबीर महेंद्रा के पुत्र एवं बीसीसीआई के पूर्व सचिव अनिरुद्ध चौधरी को उतारा था। कड़े मुकाबले में श्रुति चौधरी यह चुनाव जीत गई हैं। इसके बाद यह साफ हो गया है कि बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को अब श्रुति आगे बढ़ाएंगी।

इस चुनाव में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र की पौत्री एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव ने भी अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की है। आरती राव ढाई हजार वोटों से जीतकर विधानसभा पहुंचने में कामयाब हो गई हैं।

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