– प्लांट से प्रतिदिन तीन टन सीएनजी और 20 टन सर्वोत्तम गुणवत्ता की बायो जैविक खाद मिलेगी
– कार्बन उत्सर्जन रोकने में वैश्विक स्तर पर ग्वालियर का नाम रोशन करेगी गौशाला
ग्वालियर, 1 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रपति महात्मा गाँधी की जयंती पर बुधवार, 02 अक्टूबर को नवाचार के क्षेत्र में ग्वालियर में नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस दिन ग्वालियर की आदर्श गौशाला लाल टिपारा में बायो सीएनजी प्लांट (कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र) का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल एवं केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी वर्चुअल इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह जानकारी मंगलवार को जनसम्पर्क अधिकारी हितेंद्र सिंह भदौरिया ने दी।
जनसम्पर्क अधिकारी भदौरिया ने बताया कि यहाँ लाल टिपारा गौशाला में केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद भारत सिंह कुशवाह व महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष रूप से मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में विधायकगण मोहन सिंह राठौर, साहब सिंह व सतीश सिंह सिकरवार एवं नगर निगम सभापति मनोज सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगणों को भी आमंत्रित किया गया है। लाल टिपारा गौशाला में 2 अक्टूबर को बायो सीएनजी प्लांट के शुभारंभ के साथ-साथ स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के समापन अवसर पर स्वच्छता मित्रों एवं स्वच्छता चैंपियन का सम्मान भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यह देश की पहली आधुनिक और आत्मनिर्भर गौशाला होगी। लाल टिपारा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के सहयोग से दो हेक्टेयर क्षेत्र में बायो सी.एन.जी. प्लांट स्थापित किया गया है। इस प्लांट के संचालन के लिए 100 टन गोबर का उपयोग कर प्रतिदिन 3 टन तक सीएनजी और सर्वोत्तम गुणवत्ता का जैविक खाद 20 टन मिलेगा। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन प्लांट के संचालन एवं संधारण में भी सहयोग करेगा। यह लाल टिपारा गौशाला कार्बन उत्सर्जन रोकने में वैश्विक आदर्श बनने जा रही है। गौशाला में यह सीएनजी प्लांट इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की सामाजिक जिम्मेदारी निधि से 32 करोड़ रुपये की लागत से बना है। भविष्य में विस्तार की संभावना को रखते हुए एक हेक्टेयर की भूमि आरक्षित रखी गई है। गौशाला को और विस्तार देने सांसद निधि से दो हजार गायों के लिये आधुनिक शेड निर्माण के लिए दो करोड़ रुपये की राशि दी गई है। इस प्लांट से नगर निगम ग्वालियर को लगभग राशि सात करोड़ रुपये की आय प्राप्त होना संभावित है।