भोपाल, 22 सितंबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने रविवार को इटारसी जंक्शन का निरीक्षण किया। वे शनिवार देर रात तमिलनाडु एक्सप्रेस से सीआरबी स्पेशल परख ट्रेन से यहां पहुंचे थे। वह रविवार सुबह जबलपुर जोन के आला अफसरों के साथ स्टेशन के दौरे पर निकले। यहां पर उन्होंने रेलवे ट्रैक, गार्ड लॉबी रूम सहित रेलवे के मुसाफिर खाने का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद सतीश कुमार ने पत्रकारों के एक सवाल पर कहा कि अभी हर ट्रेन में दो कोच लग रहे हैं, लेकिन हम दिसंबर तक हर ट्रेन में दो-दो कोच बढ़ा रहे हैं। इसके लिए 2500 नए कोच तैयार किए जा रहे हैं। चार जनरल कोच के अलावा बाकी शयनयान श्रेणी के डिब्बे भी रहेंगे। बाकी 50 प्रतिशत एसी कोच रहेंगे, चूंकि अब यात्री एसी कोच का सफर भी पसंद कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सेंट्रल रेलवे में ही उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी, इसलिए यह एरिया उनके लिए नया नहीं है। कुछ तकनीकी बिंदुओं पर निरीक्षण किया है, जो कमियां हैं, उसमें सुधार होगा, वैसे यहां बेहतर काम हो रहा है। रेलवे ऐसा क्षेत्र है, जहां हमेशा सुधार और काम करने की गुंजाइश बनी रहती है, इसके लिए जरूरी हैं, मैदानी क्षेत्र का निरीक्षण किया जाए। हमने रेलकर्मियों से बात की है, उनकी समस्याएं भी सुनी हैं। हमारा परिचालन स्टाफ बेहद संजीदगी और सतर्कता से काम कर रहा है।
सतीश कुमार ने बताया कि भारतीय रेलवे में सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेनों का प्रयोग सफल होने के बाद आगामी नवंबर माह से पूरे देश में 50 नई अमृत भारत ट्रेनें प्रारंभ होंगी। वंदे भारत स्तर की सारी सुविधाओं के साथ अमृत भारत के कोच-इंजन भी डेकोरेट रहेंगे लेकिन इनमें सिर्फ जनरल और स्लीपर कोच ही रहेंगे। इससे सामान्य यात्रियों को कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचना आसान होगा।
उन्होंने बताया कि अमृत भारत के सामान्य कोच की सीट भी गद्देदार और सर्वसुविधायुक्त होंगी। आम यात्रियों को सामान्य किराए में तेज गति की ट्रेन सुविधा देने का काम रेलवे कर रही है। नवबंर में दो रैक आने के बाद हर महीने 3-4 ट्रेनें सर्किट में उतारी जाएंगी। इटारसी स्टेशन से इस रैक की सर्वाधिक ट्रेनें निकलेंगी। उन्होंने कहा कि हमारे नए रैक यात्रियों को आकर्षित करेंगे।