प्रधानमंत्री के विरोध में आपत्तिजनक पोस्टर पर भाजपा का कांग्रेस पर वार, कहा- यह भारत विरोधी नफरत की दुकान का है इश्तेहार

नई दिल्ली, 21 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोध में न्यूयार्क में जारी आपत्तिजनक पोस्टर पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए इसे अपमानजनक और घनघोर भर्त्सना योग्य पोस्टर बताया है।

शनिवार को जारी किए गए अपने वीडियाे में इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारतवासियों के मन में यह शक पैदा होता है कि भारत विरोधी स्थापित और प्रायोजित शक्तियों के मोहरों के साथ अमेरिका में गलबहियां और मुलाकात करके राहुल गांधी अभी कुछ दिन पूर्व ही स्वदेश लौटे हैं, कहीं यह उसी के बाद का प्रभाव तो नहीं है। या, यह वही जमात है जो अभी कुछ दिन पहले भारत विरोधी शक्तियों के मोहरों को राहुल जी से मिला रही थीं। आज उसी जमात का असली नफरती चेहरा, नफरत की उस दुकान के विज्ञापन के रूप में दिखाई पड़ रहा है। यह भारत विरोधी नफरत की दुकान का इश्तेहार है।

सांसद त्रिवेदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि अधिक दुख इस बात का होता है कि जिस प्रधानमंत्री ने दस वर्षों में भारत को फ्रेजाइल फाइव से टॉप फाइव में पहुंचाया, जिसने 26 करोड़ लोगों को इन दस वर्षों में गरीबी से बाहर निकाला, जिसने भारत को पूरे विश्व में डिजिटल क्रांति का सिरमौर बनाया, जिसने आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को मजबूत किया। दस वर्ष पूर्व भारत का कोई ऐसा क्षेत्र, राज्य और बड़ा शहर नहीं था, जहां आतंकी हमले न होते हों पर उन्होंने भारत की आंतरिक सुरक्षा को प्रबल और सुदृढ़ किया, जन-जन तक भारत के विकास के सोपान को पहुंचाया। भारत के सामाजिक परिवर्तन के सबसे बड़े प्रतीक और पिछड़े समाज से आने वाले नरेन्द्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो सर्वसम्मति के साथ कुर्सी पर आए और संपूर्ण विश्व में उन्होंने भारत का मान ऊंचा किया।

उन्होंने कहा कि एकमात्र भारत के प्रधानमंत्री जो मॉर्निंग कंसल्टेंट की रेटिंग में लगातार विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित हुए। एक मात्र विश्व के राष्ट्र अध्यक्ष जिनकी हाल ही में रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की, दोनों के साथ गले मिलते हुए फोटो दिखी, मगर अफसोस की बात यह है कि हमारे ऐसे प्रधानमंत्री जो हर भारतवासी के लिए भारत के गौरव, राष्ट्रीय अस्मिता और राष्ट्रवाद के एक महा मेरु पर्वत के रूप में दिखाई पड़ते हैं। दूसरी तरफ यह नफरती दुकान का इश्तेहार उसके ऊपर निम्न स्तरीय प्रहार करने का प्रयास दिखता है। ऐसे विज्ञापन देने वाले लोग जो भले हीं मुखौटा कोई और लगाएं हों, मगर सारा देश समझ रहा है कि पीछे से वह किसके द्वारा संचालित हैं। यह विज्ञापन भारत विरोधी शक्तियों की खिसियाहट, बौखलाहट और घबराहट का प्रतीक है।

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