कहा किसानाें पर दर्ज केस जल्द हाेंगे वापस
फतेहाबाद, 20 सितंबर (हि.स.)। पूर्व मंत्री और टोहाना से भाजपा उम्मीदवार देवेेन्द्र बबली अपने से नाराज किसानों को मनाने में जुट गए है। शुक्रवार को देवेन्द्र बबली जिले के जाखल कस्बे में किसानों के बीच पहुंचे। आज किसानों के साथ हुई पंचायत में देवेंद्र बबली ने किसानों से माफी मांगी और किसानों पर दर्ज करवाए गए केसों को रद्द करवाने के लिए अपनी सहमति दी। बता दें कि गठबंधन सरकार में मंत्री रहे देवेन्द्र बबली 12 मार्च को जाखल में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे तो वहां किसानों ने उनका विरोध किया था और नौबत धक्का मुक्की तक आ गई थी। उस समय किसानों के विरोध के चलते तत्कालीन पंचायत मंत्री को पैदल ही कार्यक्रम में जाना पड़ा था। बाद में इस मामले में मंत्री पक्ष द्वारा किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इसके बाद से देवेन्द्र बबली के खिलाफ किसानों में काफी गुस्सा था और किसान संगठनों करीब 10 दिन पूर्व भी इन मुकदमों को वापस न लेने पर बबली का विरोध करने की चेतावनी दी थी।
इसके बाद शुक्रवार को देवेन्द्र बबली किसानों के बीच पहुंचे। आज किसानों के साथ हुई पंचायत में देवेंद्र बबली ने किसानों से माफी मांगी और किसानों पर दर्ज करवाए गए केसों को रद्द करवाने के लिए अपनी सहमति दी। देवेंद्र बबली ने कहा कि आज जो किसान संगठनों से बैठक हुई, उसमें कुछ मामले हल किए गए। मैं किसान का ही बेटा हूं और उनके जो शब्द किसानों को अच्छे नहीं लगे, वह उन्हें वापस लेते हैं और माफी मांगते हैं। किसानों की पीड़ा उनसे अच्छा और कोई नहीं जान सकता। पूर्व मंत्री ने कहा कि किसानों के खिलाफ जो मुकदमे हैं, वे सभी रूटीन प्रोसेस के बाद खारिज हो जाएंगे।
किसानों ने कहा : माफी दी, लेकिन विरोध जारी रहेगा
पूर्व मंत्री द्वारा किसानों से माफी मांगने के बाद भी किसानों की नाराजगी कम नहीं हुई है। किसान नेताओं का कहना है कि देवेंद्र बबली द्वारा किसानों को जो धक्के मारे गए और उन पर केस रद्द करवाए गए, केवल उस मामले में उन्हें माफी दी गई है। उनका कोई समर्थन नहीं किया गया, बल्कि भाजपा का जो विरोध था, वो आगे भी जारी रहेगा। पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष मनदीप नथवान का कहना है कि भाजपा किसान विरोधी है और उसे हराने को किसान ऐड़ी चोटी का जोर लगाएंगे। आज बबली ने पंचायत में माफी मांगी है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि बबली को समर्थन होगा। किसान अपना विरोध जारी रखेंगे।