बाढ़ से क्षतिग्रस्त मकानों और फसलों का किया जा रहा है सर्वे – अपर जिलाधिकारी

जालौन, 15 सितम्बर (हि.स.)। जिले में यमुना और पहुज नदी की बाढ़ से 20 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इसकी वजह से लगभग 8470 लोग प्रभावित हैं। प्रशासन ने 20 बाढ़ राहत केंद्र स्थापित किए हैं, जहां लोगों को भोजन, पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं और अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की जा रही है। एसडीआरएफ की टीम अपनी चार मोटरबोट के साथ मौजूद है। 65 अतिरिक्त छोटी नावें भी लगाई गई हैं। लोगों को भोजन पैकेट के साथ 1150 बाढ़ राहत सामग्री किट वितरित की जा चुकी हैं।

वहीं, जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडे और पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार के द्वारा लगातार बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण किया जा रहा है। उन्हाेंने बताया कि प्रभावित लोगों से वार्ता की जा रही है। अभी तक कोई जनहानि या पशुहानि नहीं हुई है। लेकिन क्षतिग्रस्त मकानों और फसल का सर्वे कराया जा रहा है, ताकि त्वरित राहत पहुंचाई जा सके। जनपद जालौन का बाढ़ कंट्रोल रूम 24 घंटे क्रियाशील है, और जल स्तर में कमी होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *