मस्जिद विवाद : हिन्दू सँगठनों के आह्वान पर हिमाचल के कई जिलों में बाजार बंद

शिमला, 14 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर उपजा विवाद थम नहीं रहा है और इसकी चिंगारी से अब प्रदेश के अन्य शहर भी सुलग रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद व अन्य हिन्दू संगठनों ने मस्जिदों में अवैध निर्माण व अतिक्रमण के ख़िलाफ़ आज पूरे प्रदेश में दो घण्टे के बाजार बंद का एलान किया है। इस दौरान दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को दो घण्टे तक बंद रखने की अपील की गई है। हिन्दू सँगठनों के बाजार बंद का मिला-जुला असर देखा जा रहा है। कई जिलों में कारोबारियों ने दुकानें बंद रखकर अपना गुस्सा जाहिर किया है। हालांकि राजधानी शिमला में इस बंद का कोई असर नहीं हुआ है और मॉल रोड सहित अन्य उपनगरों के बाज़ार खुले हैं। यहां के स्थानीय व्यापार मंडल ने दो दिन पहले बाजार को आधे दिन तक बंद रखा था। शिमला से सटे सुन्नी बाजार की दुकानें बंद हैं। यहां हिन्दू संगठनों ने आज प्रदर्शन का ऐलान किया है।

शिमला जिला के रामपुर उमण्डल के ज्यूरी, झाकड़ी, नोगली में कारोबारियों ने दोपहर एक बजे तक बाजार बंद रखा है। रामपुर के एक व्यापार मंडल ने हिन्दू संगठनों की अपील का समर्थन करते हुए बाजार बंद रखा है। हमीरपुर जिला में भी स्थानीय व्यापार मंडलों ने अवैध मस्जिद निर्माण के विरोध में 11 बजे तक बाजार बंद रखा है। हालांकि सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन के व्यापार मंडल ने बंद से किनारा किया है और बाजार खुला है।

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री तुषार डोगरा ने बताया कि पूरे प्रदेश के कारोबारियों से आज दो घण्टे दुकानें बंद रखने की अपील की गई है। कई जिलों के व्यापार मंडलों ने इसका समर्थन किया है और बाजार बंद रखे हैं।

उन्होंने कहा कि कारोबारियों से शांतिपूर्ण तरीके से बंद का आह्वान किया गया है। तुषार डोगरा ने बताया के मस्जिदों में अवैध निर्माण के मामले दुर्भाग्यपूर्ण हैं और शासन-प्रशासन को इस बारे में सख्त कार्रवाई अमल में लानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से हिमाचल आने वाले विशेष समुदाय के लोग बिना वेरिफिकेशन और पंजीकरण के यहां तहबाजारी के तौर पर अपना कारोबार कर रहे हैं। ऐसे लोग यहां आपराधिक घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से इनके नियमानुसार पंजीकरण और वेरिफिकेशन की मांग की है।

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