जालौन, 13 सितंबर (हि.स.)। शहीद सौरभ द्विवेदी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव मुसमरिया पहुंचा। जहां हजारों की संख्या में लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। गांव वालों ने नम आंखों से शहीद के सम्मान में नारे लगाए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। शहीद सौरभ द्विवेदी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें कि, सौरभ द्विवेदी जम्मू-कश्मीर के जम्मू में तैनात थे। जहां ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ी और 10 सितंबर को उनका देहांत हो गया था। उन्होंने देश की सेवा करते हुए अपनी जान गंवा दी। उनकी शहादत को देशभर में सलाम किया गया है। नम आंखों से ग्रामीणों ने अन्तिम विदाई देते हुए सम्मान में नारे लगाए।
शहीद सौरभ द्विवेदी के परिवार को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं देने की घोषणा की गई है। उनके गांव में एक स्मारक बनाया जाएगा। जो उनकी शहादत की याद में रहेगा। शहीद के परिजनों का कहना है कि शहीद सौरभ द्विवेदी की शहादत को कभी नहीं भुलाया जाएगा। उनकी बहादुरी और बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा।