ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर (हि.स.)। ग्रेटर नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स मैदान में कई जगह कीचड़ होने के साथ-साथ बारिश के कारण नालियाँ भर गई हैं, जिसके कारण अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र टेस्ट मैच शुरू नहीं हो पाया है। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन खेल नहीं हो पाया, यहाँ तक कि टॉस भी नहीं हो पाया और इस बात का डर बढ़ रहा है कि अब कहीं पूरा खेल ही बिना टॉस के न खत्म हो जाए।
मंगलवार को अफ़गानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने माना कि स्थिति गंभीर है और कहा कि वह टेस्ट शुरू करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है, लेकिन बारिश का मौसम असहनीय साबित हो रहा है।
हालांकि दिन में बारिश नहीं हुई, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि मैच क्यों शुरू नहीं हो पाया। ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार, आउटफील्ड रेत आधारित नहीं है, जो नमी को सोखने में बेहतर होती और सूखने में भी तेज होती। ग्रेटर नोएडा में भारी बारिश के कारण जल निकासी व्यवस्था पर भी काफी दबाव पड़ा है, जो राष्ट्रीय राजधानी से लगभग दो घंटे की दूरी पर है।
मैदान का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही इस खराब मौसम से सुरक्षित रह सका – मुख्य चौक, जिसमें खेल की सतह और अभ्यास पिच तथा 30 गज का घेरा है। यह समझा जाता है कि आउटफील्ड पर बहुत सारे पॉकेट और यहां तककि इनर सर्कल के अंदर और आसपास के कुछ पॉकेट – मिडविकेट, मिड-ऑफ और कवर – फिसलन भरे हैं। आयोजन स्थल पर मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि ऊपरी परत पैरों के नीचे हिलने लगी थी, जिससे यह जोखिम भरा और खेलने के लिए अनुपयुक्त हो गया।
अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाज इब्राहिम जादरान अभ्यास के दौरान फिसल गए और उनका टखना मुड़ गया, जिसके कारण उन्हें टेस्ट से बाहर होना पड़ा। जबकि एसीबी ने चोट के बारे में मीडिया को एक बयान भेजा, अधिकारी का मानना है कि यह आउटफील्ड के खराब होने का परिणाम था।
मेजबान होने के नाते, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी एसीबी की है कि स्थल मैच के लिए उपयुक्त हो।
एक बयान में एसीबी ने कहा कि बीसीसीआई मैच शुरू करने के लिए “परिस्थितियों को आदर्श” बनाने के लिए “अतिरिक्त मशीनरी” प्रदान करके सहायता कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय बोर्ड के कहने पर दिल्ली के फिरोज शाह कोटला के क्यूरेटर अंकित दत्ता मंगलवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचे। मैदान पर गेंद सुखाने के लिए सुपर सोपर भी भेजा गया। ऐसा माना जा रहा है कि दत्ता ने मैदान के अधिकारियों और एसीबी से कहा है कि उन्हें तत्काल कोई उपाय नहीं दिख रहा है।
पिछले कई दिनों से अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड दोनों ही उचित नेट सेशन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मंगलवार को न्यूजीलैंड ने मुख्य चौक पर कुछ हल्का प्रशिक्षण लिया, लेकिन तेज गेंदबाज पूरे रन-अप से बाहर नहीं आ पाए।