– मेघालय के स्कूल और मणिपुर के स्कूल के बीच टक्कर
नई दिल्ली, 10 सितंबर (हि.स.)। राजधानी नई दिल्ली के अंबेडकर स्टेडियम में बुधवार को 63वें सुब्रतो कप जूनियर बॉयज अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। फाइनल में मेघालय के माइनकेन क्रिश्चियन हायर सेकेंडरी स्कूल और मणिपुर के बिष्णुपुर के टीजी इंग्लिश स्कूल की टक्कर होगी। यह मैच दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी, सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। इसके अलावा प्रसिद्ध एथलीट और 2023 एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता हरमिलन बैंस विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित होंगी।
टीजी इंग्लिश स्कूल, मणिपुर से सुब्रतो कप जीतने वाला दूसरा स्कूल बनने की कोशिश करेगा। इससे पहले इबेमचा एचएसएस ने 1979 और 1980 में लगातार दो खिताब जीते थे। बिष्णुपुर का यह स्कूल पिछले वर्ष के प्रदर्शन को बेहतर करते हुए फाइनल में पहुंचा है, जहां 2023 के संस्करण में वह सेमीफाइनल में अंततः चैंपियंस गवर्नमेंट मॉडल एसएसएस से हार गया था। इस साल उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत धमाकेदार तरीके से की। पहले ग्रुप मैच में मध्य प्रदेश के इंदौर पब्लिक स्कूल को 7-0 से हराया और फिर नेपाल के सैनिक आवासीय महाविद्यालय को 4-0 से हराया। अपने अंतिम ग्रुप मैच में पश्चिम बंगाल के चौबागा हाई स्कूल के खिलाफ 1-1 की बराबरी के साथ बेहतर गोल अंतर के आधार पर क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। क्वार्टरफाइनल में, उन्होंने उत्तराखंड के अमेनिटी पब्लिक स्कूल को 1-0 से मात दी। सेमीफाइनल में श्रीलंका स्कूल्स फुटबॉल एसोसिएशन को 1-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
टीजी इंग्लिश स्कूल के कोच एच. इमो सिंह ने कहा कि हम मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार हैं और कल के फाइनल को लेकर आश्वस्त हैं। हमारा लक्ष्य ट्रॉफी को मणिपुर वापस ले जाना है। हम मेघालय की टीम का सम्मान करते हैं और उन्हें हल्के में नहीं लेंगे। मैंने चार बार सुब्रतो कप में भाग लिया है और यह हमेशा एक शानदार अनुभव रहा है।”
वहीं, माइनकेन क्रिश्चियन एचएसएस अपने दूसरे सुब्रतो कप फाइनल में खेलेगा। उनका पिछला फाइनल 2011 में था, जब वह एनसीसी पश्चिम बंगाल और सिक्किम बटालियन से 2-1 से हार गया था। इस बार उसका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है और मेघालय से सुब्रतो कप जीतने वाली पांचवीं टीम बनने की कोशिश करेंगे। मेघालय से पहले सेंट एंथनी एचएसएस, शिलॉन्ग (1978), गवर्नमेंट बॉयज एचएस, शिलॉन्ग (1999), ओम रॉय मेमोरियल स्कूल, शिलॉन्ग (2013) और होपवेल एलियास एचएसएस, शिलॉन्ग (2013) ने यह खिताब जीता है।
माइनकेन क्रिश्चियन एचएसएस ने अपने अभियान की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी। दादरा और नगर हवेली के सेंट फ्रांसिस जेवियर हाई स्कूल को 23-0 से हरा कर और फिर गत चैंपियन गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 37-बी, चंडीगढ़ को 1-0 से मात दी। तीसरे मैच में उन्होंने केजरीवाल +2 हायर सेकेंडरी विद्यालय, बिहार को 5-0 से हराकर ग्रुप एफ में शीर्ष स्थान हासिल किया। क्वार्टर फाइनल में माइनकेन क्रिश्चियन एचएसएस ने मिनर्वा पब्लिक स्कूल, मोहाली को 3-1 से हराया। सेमीफाइनल में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के गवर्नमेंट सेकेंडरी स्कूल यजाली को 7-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
माइनकेन क्रिश्चियन हायर सेकेंडरी स्कूल के मुख्य कोच किटबोरलांग खरलुखी ने फाइनल से पहले कहा कि मणिपुर की मजबूत टीम के खिलाफ यह एक कठिन मैच होगा लेकिन हम इस चुनौती के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमने कुछ बेहतरीन टीमों को हराया है, जिनमें पिछले साल की चैंपियन चंडीगढ़ भी शामिल है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और इसे यादगार फाइनल बनाने का पूरा प्रयास करेंगे। हम कल के मैच के लिए उत्साहित हैं और जीत के लिए पूरी ताकत लगाएंगे।