पूर्वी चंपारण, 08 सितंबर (हि.स.)। भारतीय पुलिस सेवा 2015 बैच के आईपीएस और वर्तमान में पूर्वी चंपारण जिले के एसपी कांतेश कुमार मिश्र को केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजा जा रहा है। गृह मंत्रालय के द्वारा बिहार के चीफ सेक्रेट्री को भेजे गये पत्र में उन्हें रिलीव करने को कहा गया है। उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो में ज्वाइंट डिप्टी डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। इनकी सेवा पांच सालों की होगी।
कांतेश मिश्र की पहचान एक ईमानदार, मृदुभाषी, कवि हृदय के अलावे क्विक रिस्पॉन्सिबल पदाधिकारी के रूप में रही है। पुलिस कप्तान होते हुए कवि की सोच होना अपने आप में बड़ी बात है, तभी तो पुलिस अधीक्षक की पाटलिपुत्र की छांव व मगध सा मन काव्य संग्रह खूब सराहा गया। जिले में दिसबंर 2022 में पदस्थापित होने के बाद अपराध नियंत्रण के मामले में भी उनकी कार्यशैली काफी सराहनीय रही है। संवेदनशील घटना के बाद पुलिस की तात्कालिक एक्शन श्री मिश्र का लाजवाब रहा।
घोड़ासहन में नेपाली डकैतों का एनकाउंटर हो या फिर एके 47,अमेरिकन पिस्टल व वाॅकी टाॅकी बरामदगी की कार्रवाई काबिले तारीफ कही जायेगी। दूसरे प्रदेश से अपराधियो की गिरफ्तारी में भी पुलिस कप्तान पीछे नहीं रहे। एटीएम चोर का अन्तराज्यीय गैंग या करोड़ो के स्वर्णाभूषण की चोरी कांड का खुलासा कोई बख्शा नहीं गया। घटना बड़ी हो या छोटी उसे होम वर्क बनाकर टीम वर्क कर के उदभेदित किया गया। मिश्र की कार्यकुशलता वैसे मामले में भी देखा गया, जो मामले संदिग्ध थे। मिश्र की उपलब्धि शराब तस्करी पर लगाम लगाने में भी अव्वल रही। साथ ही जाली नोट व मादक पदार्थ के कई खेप भी पकड़े गए और कई तस्कर जेल भेजे गए। सीमाई इलाकों में तस्करी को लेकर भी पुलिस कप्तान की खुफिया तंत्र काफी मजबूत रहा है।