नई दिल्ली, 6 सितंबर (हि.स.)। कोलकाता केआरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या की घटना पर पीड़िता के माता-पिता ने प्रशासन से कई सवाल किए। इन सवालों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन पर तथ्यों को छिपाने का आरोप लगाया। भाजपा ने कहा कि ममता बनर्जी को निष्पक्ष जांच के लिए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि पीड़िता के पिता ने आज देश के सामने जो सवाल रखे हैं वो बेहद अहम हैं। पीड़िता के पिता ने पूछा कि जब बेटी का शव उनके घर में था, तब डीसी नॉर्थ ने उन्हें पैसे की पेशकश क्यों की। उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। संबित पात्रा ने पूछा कि एक प्रशासक द्वारा पैसे की पेशकश तब की जाती है जब वहां कोई भ्रष्टाचार हुआ हो या कुछ छिपाने की कोशिश हो। इसमें छिपाने के लिए क्या था कि ममता बनर्जी की सरकार ने डीसी को भेजा और पीड़िता के पिता को पैसे की पेशकश की? ऐसा क्या था जिसे प्रशासन दबाना चाह रहा था?
संबित पात्रा ने पूछा इस मामले में एफआईआर दर्ज करने में 12 घंटे से भी ज्यादा की देरी क्यों की गई। इस मामले में अस्पताल को एफआईआर कराना चाहिए था लेकिन पीड़िता के पिता ने देर रात पौने 12 बजे मामला दर्ज कराया। पीड़िता के पोस्टमार्टम में देरी की गई। इसके साथ पीड़िता के शव के साथ टीएमसी के नेता क्यों गए जबकि उसके 15 रिश्तेदार वहां मौजूद थे। पीड़ित महिला डॉक्टर का दाह संस्कार जल्दबाजी में किया गया था। संबित पात्रा ने कहा कि पीड़िता के माता-पिता के सभी सवालों के जवाब ममता बनर्जी को देने चाहिए। इस मामले की जांच तक उन्हें मुख्यमंत्री पद पर भी बने रहने का कोई अधिकारी नहीं है।