नई दिल्ली, 05 सितंबर (हि.स.)। कोयला मंत्रालय ने गुरुवार को तीन वाणिज्यिक कोयला खदानों के लिए आवंटन आदेश जारी किए हैं। इन आवंटित कोयला खदानों में एनएलसी इंडिया लिमिटेड को माचकाटा, गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को कुडनाली लुबरी और टीएएनजीईडीसीओ को सखीगोपाल-बी काकुरही शामिल है।
कोयला मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि तीन वाणिज्यिक कोयला खदानों के लिए आवंटन आदेश जारी किए गए हैं। इन तीन कोयला खदानों में से एक पूरी तरह से खोजी गई कोयला खदान है, जबकि दो आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदानें हैं। कोयला मंत्रालय ने जिन तीन कोयला खदानों के लिए वेस्टिंग ऑर्डर जारी किए गए हैं, उनकी संचयी अधिकतम निर्धारित क्षमता (पीआरसी) 30.00 एमटीपीए है।
मंत्रालय ने कहा कि इनमें 2,194.10 एमटी भूवैज्ञानिक भंडार हैं। इन खदानों से पीआरसी के आधार पर 2,991.20 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है और 4,500 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश आकर्षित होगा। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 40,560 लोगों को रोजगार मिलेगा।
कोयला मंत्रालय ने इन तीन खदानों को मिलाकर अब तक कुल 95 कोयला खदानों के लिए निहितीकरण या आवंटन आदेश जारी किए जा चुके हैं, जिनकी संचयी पीआरसी 202.50 एमटीपीए है। इन खदानों की पीआरसी के आधार पर गणना करके 29,516.84 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त होगा, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 2,73,773 लोगों के लिए रोजगार सृजित होगा।