– देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि पर लाव लश्कर के साथ निकलेगी पालकी यात्रा
इंदौर, 1 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज (रविवार को) इंदौर आ रहे हैं। वे यहां देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि के अवसर गांधी हॉल में आयोजित अहिल्या उत्सव के कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर शहर में लाव-लश्कर के साथ देवी अहिल्याबाई की पालकी निकाली जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पालकी यात्रा में भी शिरकत करेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ. यादव दोपहर साढ़े तीन बजे इंदौर एयरपोर्ट आएंगे और अहिल्या उत्सव के कार्यक्रमों में भाग लेंने के बाद शाम 6 बजे इंदौर एयरपोर्ट से भोपाल के लिये प्रस्थान करेंगे।
देवी अहिल्या उत्सव समिति की अध्यक्ष तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बताया कि देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज शहर में कई आयोजन होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव देवी अहिल्या पुण्य स्मरण समारोह में भाग लेने के लिए इंदौर आ रहे हैं। वे यहां सम्मान समारोह सहित पालकी यात्रा में भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि सुबह देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। स्वामी अण्णा महाराज द्वारा पार्थिव शिवलिंग का पूजन भी प्रतिमा स्थल पर होगा। इसके बाद गोपाल मंदिर में देवी अहिल्याबाई की चित्रपट प्रतिमा पर आह्वान किया जाएगा। फिर पंढरीनाथ चौराहा स्थित इंद्रेश्वर महादेव मंदिर पर रूद्राभिषेक का आयोजन होगा।
श्रीकांत वासुदेव कुलकर्णी का होगा सम्मान
संस्था की के मीडिया प्रभारी राम मूंदड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव दोपहर तीन बजे इंदौर आएंगे एवं एयरपोर्ट से सीधे कार्यक्रम स्थल गांधी हॉल पहुंचेगे। वे यहां गुणीजन सम्मान के तहत आदिवासी क्षेत्र में काम करने वाले श्रीकांत वासुदेव कुलकर्णी का सम्मान करेंगे। कार्यक्रम के विशेष अतिथि शिवगंगा अभियान के प्रमुख महेश शर्मा होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन करेंगी। आयोजन में डेढ़ माह तक चलने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरण भी किए जाएंगे।
राजसी ठाट बांट के साथ निकलेगी पालकी यात्रा
पालकी यात्रा के मुख्य संयोजक शंकर लालवानी ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव शाम पांच बजे भव्य पालकी में देवी अहिल्या की प्रतिमा को विराजित कर पूजन करेंगे। वहीं से परम्परागत लाव लश्कर के साथ पालकी यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि पालकी यात्रा मार्ग पर सभी मंच एक ओर लगेंगे। यात्रा में झंडा गुरु व्यायामशाला एवं मल्हारी मार्तंड व्यायामशाला के अखाड़े भी मौजूद होंगे। नेपालीजन के साथ बोहरा समाज का बैंड भी आकर्षण का केंद्र रहेगा। यात्रा होलकर स्टेट के 14 राजाओं के प्रतीक 14 युवा तथा अहिल्या सेना की 20 युवतियां परम्परागत वेशभूषा में मौजूद रहेंगी। मां अहिल्या भक्त मंडल, बंजारा समाज, दक्षिण भारतीय समाज, सिख समाज, सिंधी समाज, बोहरा समाज, पाउल भजन मंडली सहित कई समाज के लोग अपनी परम्परागत वेशभूषा में शामिल होंगे। अंत में देवी की पालकी रहेगी, जिसे श्रद्धालु अपने हाथों से उठाकर चलेंगे।
यह यात्रा एमजी रोड, कोठारी मार्केट, एमजी रोड थाना, कृष्णपुरा छत्रियां, राजबाड़ा होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेगी। यहीं यात्रा का समापन होगा। यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। दुकानदारों से आग्रह किया गया है कि पालकी यात्रा के दौरान रविवार होने के बावजूद अपनी दुकानें चालू रखें तथा पालकी यात्रा का भव्य स्वागत करें।