गतका मार्शल आर्ट से भी पुरानी विधा, युद्ध में होता था इस्तेमाल:कंवर पाल

— पंजाब के संगरूर में आयोजित हुई राष्ट्रीय गतका चैंपियनशिप

–यमुनानगर की टीम ने चार स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते

यमुनानगर, 31 अगस्त (हि.स.)। पंजाब के संगरूर में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की गतका चैंपियनशिप में यमुनानगर की टीम ने प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया। कृषि मंत्री कंवर पाल ने विजेता टीम को बधाई दी। यमुनानगर की गतका टीम ने हाल ही में पंजाब के संगरूर में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की गतका चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए चार स्वर्ण, दो रजत, और दो कांस्य पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया। इस ऐतिहासिक जीत पर गतका टीम ने कृषि मंत्री कंवरपाल के आवास पर पहुंचकर उन्हें पुष्प गुच्छ देकर और मिठाई खिलाकर अपनी जीत की खुशी उनसे सांझा की। हरियाणा के कृषि मंत्री कंवरपाल ने पदक जीतने वाले सभी बच्चों को बधाई दी और उनकी इस उपलब्धि के लिए मेडल विजेताओं का हौसला बढ़ाया।

शनिवार को कृषि मंत्री कंवरपाल ने इस अवसर पर कहा, “गतका एक प्राचीन विद्या है यह मार्शल आर्ट से भी पुरानी विद्या है। जिसका इस्तेमाल युद्ध के समय किया जाता था। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इन बच्चों की जीत ने इसे पुनर्जीवित किया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की गतका चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले सभी बच्चों को उनके शानदार सफलता के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। ।उन्होंने कहा की राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत कर इन बच्चों ने प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है।

उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल खिलाड़ियों की प्रतिभा सामने आती है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षण मिलता है। हरियाणा की गतका टीम में सबसे अधिक प्रतिभागी यमुनानगर से थे। जिन्होंने चार स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक जीते। शानदार प्रदर्शन को लेकर निशान खालसा गतका के कोच मनजीत सिंह व महिला कोच मीत कौर का कहना था कि लगातार प्रतिभागियों ने मेहनत की, जिसका सुखद परिणाम सामने आया।

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