– दशकों से चल रही है तुलसीपुर स्वतंत्र भारत मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने की मांग
बलरामपुर,31 अगस्त (हि.स.)। जिले के नगर तुलसीपुर का एकमात्र खेल मैदान स्वतंत्र भारत को लेकर दशकों से चल रही खेल प्रेमियों की बहु प्रतिक्षित मांग अब जल्द पूरी होते दिख रही है। तुलसीपुर नगर पंचायत के मांग पत्र पर पंचायतीराज सचिव ने खेल प्रेमियों की मांग को देखते हुए तत्काल बलरामपुर में अधिकारियों को दूरभाष से जमीन की पैमाइश वा निर्माण संबंधी आवश्यक निर्देश दिया है।
तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष फिरोज पप्पू के भाई व कैम्ब्रिज स्कूल के प्रबंधक अफरोज खान रिंकू ने नगर पंचायत का मांग पत्र लेकर लखनऊ में पंचायती राज कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर व पंचायती राज विभाग की सचिव बी चंद्र कलां से मुलाकात कर ऐतिहासिक व एक मात्र खेल मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने की मांग को लेकर पत्र दिया है। खेल प्रेमियों के द्वारा की जा रही मांग को लेकर अवगत कराया है। जिस पर कैबिनेट मंत्री व सचिव ने तत्काल बलरामपुर में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए शीघ्र कार्य शुरू कराए जाने का निर्देश दिया है।
अफरोज खान रिंकू ने बताया कि ऐतिहासिक स्वतंत्र भारत खेल मैदान को लेकर कैबिनेट मंत्री ने आश्वासन देते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिया है। सचिव बी चंद्रकला ने तत्काल दूरभाष से बलरामपुर में एमओ को खेल मैदान का पैमाइश करा अतिक्रमण मुक्त कराकर बाउंड्रीवाल बनाये जाने का निर्देश दिया है। जिसको लेकर जनपद में संबंधित अधिकारियों ने जल्द ही कार्य शुरु कराये जाने की बात कही है। मामले की सूचना मिलते ही तुलसीपुर में खेल प्रेमियों में प्रसन्नता व्याप्त है।
नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अदनान फिरोज ने प्रदेश सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि तुलसीपुर में कई दशकों से इस खेल मैदान के सौंदर्यीकरण की मांग की जाती रही है। इसी मैदान पर कई राजनीतिक दलों का चुनावी कार्यक्रम लगा। सभी ने अपने कार्यक्रम में इसके सौंदर्यीकरण की बात कही। लेकिन अब जल्द ही यह बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होगी। बताया कि खेल मैदान जिला पंचायत के अधिकार क्षेत्र में है। इसे समय समय पर संवारने को लेकर नगर पंचायत को हस्तांतरित करने की भी मांग की गई है।
उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक खेल मैदान को संवारने के लिए कई दशकों से विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा कई बार अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों को मांग पत्र दिया जा चुका है। खेल प्रेमियों के द्वारा खेल मैदान बचाओ समिति भी बनाया गया है। खेल मैदान में बाउंड्रीवाल ना होने से यहां मीट मछली की दुकानें लगती हैं, जिससे मैदान में पहुंच रहे खिलाड़ियों को परेशानी होती है।