काठमांडू, 29 अगस्त (हि.स.)। नेपाल में सत्तारूढ़ दल के सांसद किरण कुमार साह ने देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की है। गुरुवार को प्रतिनिधि सभा की बैठक में उन्होंने मांग की कि नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संविधान में संशोधन किया जाना चाहिए, क्योंकि धर्मनिरपेक्षता से देश की मौलिक पहचान नहीं दर्शाती है।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में रहे सीपीएन (यूएमएल) के सांसद किरण कुमार साह ने सदन में कहा कि नेपाल के संविधान में हिन्दू राष्ट्र लिखने के बजाए धर्मनिरपेक्ष लिखा गया लेकिन इससे न तो देश को और ना ही देश के नागरिक को कोई फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया मानती है कि संविधान सभा से इस संविधान को लिखा गया है लेकिन हकीकत हम सभी जानते हैं कि धर्मनिरपेक्षता का एजेंडा देश का नहीं था। यह जबरन हम पर थोपा गया है। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं ने इसे दुनिया का सबसे अच्छा संविधान कहा लेकिन यह संविधान न तो पूरी तरह से अधिकार दे रहा है और न पहचान। इसलिए संविधान में संशोधन करते हुए नेपाल को सनातन हिंदू राष्ट्र की पहचान देने का समय आ गया है।
सांसद साह ने कहा कि जब तक नेपाल हिन्दू राष्ट्र था, हमारी पहचान सनातन थी और तब पूरा विश्व हमें सम्मान की नजर से देखता था। पूरे विश्व में एक मात्र हिन्दू राष्ट्र के रूप में हमारी पहचान होती थी। विश्व मंच पर हमें तमाम मुद्दों पर समर्थन मिला करता था लेकिन जब देश एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बन गया तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए नामांकित किये जाने पर भी हार मिली थी।