कोलकाता, 27 अगस्त (हि.स.)। भाजपा द्वारा आहूत बंगाल बंद के खिलाफ नवान्न ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्य को सामान्य रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की घोषणा की है। राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि बंद को स्वीकार नहीं किया जाएगा और राज्य के लोगों से अपील की है कि वे बंद का समर्थन न करें और सामान्य जनजीवन बनाए रखें। सरकारी कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे दफ्तर में नियमित उपस्थिति दें। साथ ही, पूजा की खरीदारी के चलते दुकानों और बाजारों को भी खुला रखने का आदेश दिया गया है। निजी परिवहन संगठनों से भी वाहनों का परिचालन सामान्य रखने की अपील की गई है। राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि यदि किसी प्रकार का नुकसान होता है तो उसकी भरपाई की जाएगी।
भाजपा ने मंगलवार को नवान्न अभियान के तुरंत बाद बुधवार को 12 घंटे के बंगाल बंद का आह्वान किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने घोषणा की कि यह बंद छात्र समाज के नवान्न अभियान में पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार के विरोध में आयोजित किया जाएगा। इसके कुछ ही समय बाद, नवान्न से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सलाहकार अलापन बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकारी घोषणा की।
आर.जी. कर अस्पताल की घटना और उसके बाद हुए आंदोलन का जिक्र करते हुए अलापन बनर्जी ने कहा कि जांच और न्याय की मांग करने का अधिकार हम सभी के पास है। लेकिन आज (मंगलवार) महानगर को और कल (बुधवार) बंगाल को बंद करने का प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है। छात्रों की पढ़ाई और परीक्षाएं चल रही हैं। शारदीय उत्सव की खरीदारी शुरू हो चुकी है। व्यापारियों, कामकाजी लोगों, पेशेवरों और बड़ी संख्या में अन्य लोगों के भविष्य पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। शिक्षा और स्वास्थ्य सहित सभी आपातकालीन सेवाएं बाधित हो जाएंगी। ऐसे में पश्चिम बंगाल सरकार ने फैसला किया है कि कल प्रस्तावित बंद को मान्यता नहीं दी जाएगी। सभी से अनुरोध है कि वे इस बंद में भाग न लें।
सरकारी कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए अलापन ने कहा कि दफ्तर-कचहरी में सामान्य रूप से उपस्थित होना अनिवार्य है। उन्होंने भाजपा के बंद को “जबरन थोपे गए बंद” की संज्ञा देते हुए कहा, “महाराष्ट्र हाई कोर्ट के हालिया फैसले को कई लोग जानते हैं। सामान्यतः, इस तरह की अराजकता को जबरदस्ती पैदा करने के खिलाफ न्यायालय के कई निर्देश हैं। बंद और आंदोलन के नाम पर आम लोगों के जीवन को बाधित करने का प्रयास न्यायालय के निर्देशों के खिलाफ है। इसलिए राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बुधवार को सामान्य जनजीवन बहाल रखा जाएगा।”
नवान्न ने विभिन्न परिवहन संगठनों को भी बुधवार को सामान्य रूप से वाहन संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अलापन ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य रहेगा कि बुधवार को हर क्षेत्र में बंगाल को पूरी तरह से संचालित रखा जाए।
सचिवालय अभियान पर क्या बोली सरकार ?
साथ ही, नवान्न अभियान के संदर्भ में भी राज्य सरकार ने संदेश दिया है कि बंगाल सभ्यता और सह-अस्तित्व की संस्कृति में विश्वास करता है। मंगलवार को राज्य पुलिस ने भी यही सभ्यता दिखाई और शांतिपूर्ण रही। यह शांति और सभ्यता आगे भी बनी रहेगी। राज्य के लोगों से अपील है कि वे सामान्य स्थिति बनाए रखें।