–किसान आंदोलन पर कंगना के बयान पर भड़के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
वाराणसी, 27 अगस्त (हि.स.)। किसान आंदोलन पर भाजपा सांसद अभिनेत्री कंगना रनौत के दिए गए बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश शुरू से रहा है । किसान इस देश की रीढ़ है। हमारी अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा आधार है किसान और खेती। लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि पिछले दस वर्षों से भी अधिक समय से देश के अन्नदाता को अपने वाजिब हक के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मंगलवार को अपने महामंडल नगर लहुराबीर स्थित आवास पर मीडिया कर्मियों से मुखातिब थे। उन्होंने किसान आंदोलन पर भाजपा सांसद कंगना रनौत के बयान की निंदा कर कहा कि कंगना ने पूरे देश के किसान भाईयों को गाली दी। जिस किसान आंदोलन में लगभग साढ़े सात सौ निर्दोष किसानों ने अपनी शहादत दी, उस आंदोलन को इस तरह अपमानित करना और किसानों के इस पूरे संघर्ष को गाली देना, किसान भाईयों को ही नहीं बल्कि समूचे देश को गाली देने जैसा है। हम सब किसान पुत्र हैं और हमारी रगों में किसानी लहू बहती है। भाजपा नेतृत्व से हमारी मांग है कि कंगना को पार्टी से तत्काल निष्कासित करे। सिर्फ कंगना के बयान से किनारा करने या फिर उनका व्यक्तिगत मत कह देने भर से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को लेकर जनता का चुना हुआ प्रतिनिधि इस तरह की बात करे वो भी महिला होकर यह काफी निंदनीय है। कंगना नशे की बात करती है या ये खुद नशे में रहती है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय में महामना मालवीय गंगा, नदी विकास एवं जल संसाधन प्रबंधन शोध संस्थान के बंद होने पर सरकार को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि 2014 से लेकर 2024 तक की अवधि में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मां गंगा में एक भी नाले को गिरने से रोकने का कोई प्रबंधन नहीं किया। एक बात जरूर है कि मां गंगा के नाम पर अरबों रुपए की लूट जरूर हुई। अभी हाल ही में यह रिपोर्ट आई कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के प्रयासों से मां गंगा की सफाई के लिए शुरू किए गए महामना पंडित मदन मोहन मालवीय सेंटर को बंद कर दिया गया। यह केंद्र पिछले कई दशकों से मां गंगा में पानी की गुणवत्ता और प्रदूषण की स्थिति पर नजर रखता था और साथ ही साथ प्रदूषण को रोकने के लिए जरूरी अभियानों को संचालित करता था।
इतना ही नहीं पिछले साल बिना एनजीटी की मंजूरी के गंगा में नहर बनाने की योजना रही हो या फिर मां गंगा की गोंद में टेंट सिटी बनाने की योजना, यह सब इसी महान गंगा पुत्र की सरकार में इन्हीं के मित्र गौतम अडानी द्वारा किया गया। आज बनारस में सारे ठेके गुजरातियों को दिए जा रहे हैं। बिजली विभाग का स्मार्ट मीटर हो या फिर अन्य सारे काम। सारा कुछ गुजरात के हवाले। आज बिजली को इतना मंहगा कर दिया गया है कि आम जनता कराह रही है। अजय राय ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करता हूं कि वह पिछले दस वर्षों से बतौर बनारस के सांसद होने के नाते एक श्वेत पत्र जारी करें कि उन्होंने पिछले दस वर्षों में बनारस को कितने कल कारखाने, उद्योग धंधे, रोजगार और योजनाएं दी । केवल बड़ी बड़ी बातें करने से विकास नहीं हो जाता। विकास करने के लिए आपको एक सुविचारित नीतियों को संचालित करना होता है। वार्ता में जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, फसाहत हुसैन बाबू, गुलशन अली, डॉक्टर राजेश गुप्ता, वकील अंसारी मौजूद रहे।