इतिहास के पन्नों में 28 अगस्तः जिन्होंने फिंगर प्रिंट को पहचान का जरिया बना कर दिखाया

हर इंसान का चेहरा एक-दूसरे से अलग होता है लेकिन हर व्यक्ति के एक जैसे दिखने वाले हाथों की उंगलियों की लकीरें भी एक जैसी हरगिज नहीं होती। सर विलियम जेम्स हर्शेल ने सबसे पहले इस बात का पता लगाया। उन्होंने हस्ताक्षर की बजाय उंगलियों की छाप को पहचान का बेहतर माध्यम करार दिया।

खगोल वैज्ञानिकों के परिवार से संबंध रखने वाले हर्शेल का जन्म 28 जुलाई 1858 को हुआ। ईस्‍ट इंडिया कंपनी में कर्मचारी रहते साल 1800 में बंगाल में नियुक्‍त रहे। इसी दौरान उन्‍हें एहसास हुआ कि उंगलियों के निशन सभी के अलग होते हैं और उनका इस्‍तेमाल पहचान के लिए किया जा सकता है। बतौर आईसीएस अधिकारी, हस्‍ताक्षर की बजाए आधिकारिक दस्‍तावेजों पर उन्‍होंने अपने उंगलियों के निशान का इस्‍तेमाल किया। आगे चलकर उंगलियों के निशान देना कैदियों और अपराधियों के लिए कानून बना दिया गया। यही वजह है कि आज इसे पहचान के सबसे सशक्त माध्यम के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

अन्य अहम घटनाएंः

1521- तुर्की के सुल्तान सुलेमान प्रथम के सैनिकों ने बेलग्रेड पर क़ब्ज़ा किया।

1600- मुग़लों ने अहमदनगर पर क़ब्ज़ा किया।

1845- प्रसिद्ध पत्रिका साइंटेफिक अमरीकन का पहला संस्करण छपा।

1904- कलकत्ता से बैरकपुर तक प्रथम कार रैली का आयोजन।

1914- प्रथम विश्‍वयुद्ध की शुरुआत हुई।

1916- प्रथम विश्‍वयुद्व में इटली ने जर्मनी के खिलाफ युद्व की घोषणा की।

1956- इंग्‍लैड ने ऑस्‍ट्रेलिया को हटाकर एशेज पर कब्‍जा जमाया।

1972- साधारण बीमा कारोबार राष्ट्रीयकरण बिल पारित किया गया।

1984- सोवितय संघ ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।

1986- भाग्‍यश्री साठे शतरंज में ग्रैंडमास्‍टर बनने वाली पहली महिला बनी।

1990- ईराक ने कुवैत को अपना 19वाँ प्रान्त घोषित किया।

1996- इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स और उनकी पत्नी डायना ने औपचारिक तौर पर तलाक लिया।

1999- मेजर समीर कोतवाल आसाम में उग्रवादियों के एक गुट के साथ लड़ाई में शहीद हो गये।

2000-ताइवान के राष्ट्रपति चुने शुई बियान द्वारा चीन के साथ एकीकरण के विकल्प को स्वीकार करने का संकेत।

2001- भारत-पाक सीमा पर गोलीबारी, पाकिस्तान के 8 सैनिक मरे।

2008-भारतीय रिजर्व बैंक ने 1999 और 2000 के सभी नोटो को प्रचलन से हटाने का निर्णय किया।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बिहार में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया।

2013- गुजरात के वडोदरा शहर में तीन मंजिला इमारत ढहने से 11 लोगों की मौत।

2017- पी.वी. सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में रजत जीता।

जन्म

1992- अन्नू रानी- कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में भारत के लिये कांस्य पदक जीतने वाली खिलाड़ी हैं।

1975- अनुज नय्यर- मरणोपरांत सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ‘महावीर चक्र’ से सम्मानित भारतीय सैन्य अधिकारी थे।

1952- जगदीश सिंह खेहर- भारत के 44वें मुख्य न्यायाधीश हैं।

1942- नरेंद्र चंद्र देबबर्मा- भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ़ त्रिपुरा के अध्यक्ष और ऑल इंडिया रेडियो, अगरतला के निदेशक रहे।

1929 – राजेंद्र यादव- प्रसिद्ध लेखक, सम्पादक और साहित्यकार।

1928- विलायत ख़ाँ- भारत के प्रसिद्ध सितार वादक।

1928- एम.जी.के. मेनन- ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ (इसरो) के भूतपूर्व अध्यक्ष।

1926- टी. वी. राजेश्वर- उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम के पूर्व राज्यपाल रहे।

1922- विजया देवी- भारतीय राजकुमारी थीं।

1913- आबिदा सुल्तान- भोपाल सियासत की राजकुमारी एवं भारत की पहली महिला पायलट।

1932- सरस्वती प्रसाद- चर्चित लेखिका, सुमित्रानंदन पंत की मानस पुत्री।

1896- फ़िराक़ गोरखपुरी- सुप्रसिद्ध उर्दू शायर।

1855- नारायण गुरु- भारत के महान संत एवं समाज सुधारक थे।

निधन

2011 – कपिल देव द्विवेदी- वेद, वेदांग, संस्कृत, व्याकरण एवं भाषा विज्ञान के अप्रतिम विद्धान थे।

2006- शंखो चौधरी- भारतीय मूर्तिकार थे, जो भारत के कला परिदृश्य में एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे।

1667- जयसिंह- आमेर के राजा तथा मुग़ल साम्राज्य के वरिष्ठ सेनापति थे।

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