रांची, 25 अगस्त (हि.स.)। आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब-कॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) से जुड़े होने के संदेह में झारखंड से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया था। इनमें से पांच संदिग्धों की विधिवत गिरफ्तारी हो गयी है। एटीएस ने सभी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया है। साथ ही गिरफ्तार अलकायदा संदिग्धों के पास से बरामद डिजिटल एविडेंस की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। इससे कई चीजें सामने आ सकती है। डॉ. इश्तियाक का किससे कनेक्शन है, इसकी जांच भी की जा रही है।
बताया जाता है कि बरियातू से गिरफ्तार आतंकी गिरोह का मास्टर माइंड डॉ इश्तियाक रांची के चान्हो के जंगल में आतंकियों का प्रशिक्षण केंद्र खोलने वाला था। इसके लिए उसने जमीन भी देख ली थी, जिसमें एक मदरसा संचालक मुफ्ती उसकी मदद कर रहा था। इस प्रशिक्षण केंद्र में आतंकियों को हथियार का प्रशिक्षण दिलाया जाना था। इसके लिए वह हथियार भी जुटाने लगा था। डॉ इश्तियाक मुस्लिम युवाओं को बेहतर भविष्य का प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाता था। उसने 24 से अधिक युवाओं को राजस्थान के आतंकी प्रशिक्षण केंद्र में हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिलवाया था। इनमें पांच आरोपितों इश्तियाक अहमद (रांची), फैजान अहमद ( हजारीबाग), मतिउर रहमान (रांची), रिजवान बाबर (रांची) तथा मुफ्ती रहमतुल्ला (रांची) काे गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपा गया है।
इस संबंध में रविवार काे झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि गिरफ्तार अलकायदा संदिग्धों के पास से जितने भी डिजिटल एविडेंस बरामद किए गए हैं सबकी गहराई से जांच की जा रही है। एसपी के अनुसार डिजिटल एविडेंस की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है। फॉरेंसिक जांच से कई चीजें निकलकर सामने आएंगी। रांची में डॉक्टर इश्तियाक के द्वारा ट्रेनिंग सेंटर खोले जाने की बात पर एसपी ने बताया कि सबकी जांच की जा रही है। यदि ऐसी कोई बात सामने आएगी तो उन स्थानों पर भी सर्च किया जाएगा। डॉ इश्तियाक का आका कौन है? वह भारतीय है या फिर विदेशी इसकी जांच भी की जा रही है।