हाईकोर्ट के आदेश पर आदिवासी रीति-रिवाज से किया गया धर्मांतरित महिला का अंतिम संस्कार

नारायणपुर, 25 अगस्त (हि.स.)। हाई कोर्ट के आदेश के बाद नारायणपुर जिले की कोरेंडा खालेपारा की धर्मांतरण करने वाली एक महिला सोनारी वड्डे की मौत के छह दिन बाद शनिवार को आदिवासी रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया।

जिले के बेनूर थाना क्षेत्र अंर्तगत कोरेंडा खालेपारा की धर्मांतरण करने वाली एक महिला सोनारी वड्डे की मौत 18 अगस्त रविवार रात को जिला अस्पताल नारायणपुर में हो गई थी। इसके बाद से ग्रामीण शव को गांव में दफनाने नहीं देने के लिए उसके घर से 100 मीटर दूर सुबह-शाम धरना दे रहे थे। महिला के पुत्र बिल्लू वड्डे ने ईसाई धर्म के हिसाब से कफन-दफन करने उच्च न्यायालय बिलासपुर का दरवाजा खटखटाया। लेकिन उच्च न्यायालय ने मामले का यह कहते निराकरण किया कि सोनारी वड्डे आदिवासी समुदाय की थी।जिसकी मौत के बाद उसे गांव में निर्धारित जगह पर आदिवासी रीति-रिवाज से दफनाया जाए।

इसके बाद प्रशासन व ग्राम पंचायत के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ शव को आदिवासी रीति-रिवाज से दफन किया। इस दौरान तहसीलदार सौरभ चौरसिया, नायब तहसीलदार हरिभोई, एएसपी राबिन गुरीला, डीएसपी परवेश कुरैशी मौजूद थे

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