नई दिल्ली, 17 अगस्त (हि.स.)। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली विद्युत बोर्ड के रिटायर पेंशनर्स के लिये बड़ा ऐलान करते हुए उन्हें पैनल अस्पतालों पर कैशलेस सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा की है। शनिवार को बिजली मंत्री आतिशी ने प्रेस वार्ता के ज़रिए ये घोषणा की।
आतिशी ने कहा कि दिल्ली विद्युत बोर्ड के पेंशनर्स को मेडिकल रिम्बर्समेंट के लिए अब दफ़्तरों के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं है। पैनल अस्पतालों में उन्हें कैशलेस मेडिकल सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के इस फैसले से दिल्ली विद्युत बोर्ड के 20,000 से अधिक पेंशनर्स को लाभ मिलेगा। इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन 1-2 दिन में जारी होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने हमेशा पेंशनर्स की मुश्किलों को दूर किया। पहले पेंशन को स्ट्रीमलाइन किया तो अब वादा निभाते हुए कैशलेस मेडिकल सुविधाएं दी हैं।
आतिशी ने कहा कि, 2002 में दिल्ली के पॉवर सेक्टर में बड़ा रिफार्म हुआ था। दिल्ली विद्युत बोर्ड से बिजली सेक्टर की अलग अलग सेक्टर की इकाइयां बनाई गई थीं। जिसमें दिल्ली सरकार की बिजली जनरेशन कंपनियां, ट्रांसमिशन कंपनी दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड और 3 डिस्कॉम्स दिल्ली के अलग अलग हिस्सों में पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि जब दिल्ली विद्युत बोर्ड की अनबंडलिंग की गई तो जो सरकारी कर्मचारी उस समय दिल्ली विद्युत बोर्ड में काम कर रहे थे, उन्हें सभी सुविधाएं देने की ज़िम्मेदारी दिल्ली सरकार ने ली थी। लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण था कि जो सरकारी कर्मचारी रिटायर हुए, उनमें से कई कर्मचारियों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्हें अक्सर समय से पेंशन नहीं मिलती थी, बाक़ी सुविधाएँ नहीं मिलती थी।
उन्होंने कहा कि 2015 में जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनें, तब दिल्ली विद्युत बोर्ड के पेंशनर्स ने उनके सामने अपनी सारी समस्याएं रखीं। मुझे इस बात की ख़ुशी है कि तब से केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली विद्युत बोर्ड के सभी पेंशनर्स के सिस्टम को स्ट्रीमलाइन किया गया और सभी ज़रूरतों को पूरा किया गया।
लेकिन एक मुश्किल का सामना अब भी ये पेंशनर्स कर रहे थे। दिल्ली विद्युत बोर्ड में मौजूदा समय में 20,000 से अधिक पेंशनर्स है। जो पेंशनर्स रिटायरमेंट के बाद मेडिकल सुविधाओं का लाभ लेते थे, उन्हें रिम्बर्समेंट की मुश्किल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। ये प्रक्रिया दिल्ली विद्युत बोर्ड के पेंशन ट्रस्ट के माध्यम से होती थी। जब एक बुजुर्ग पेंशनर को एक दफ़्तर से दूसरे दफ़्तर मेडिकल बिल रिम्बर्समेंट के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ता है तो वो बहुत परेशान होते थे। इसके लिए उन्हें पैनल अस्पतालों पर कैशलेस सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा की है।
अगले 1-2 दिनों में इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन कर दिया जाएगा।” दिल्ली विद्युत बोर्ड के पेंशनर्स जो 2002 से पहले रिटायर हुए हैं, उनके सारे मेडिकल एक्सपेंस को दिल्ली सरकार की कंपनी दिल्ली ट्रांस्को लिमिटेड उठाएगी और 2002 के बाद रिटायर हुए लोगों को, वो जिस ट्रांसमिशन कंपनी, जनरेशन कंपनी या डिस्कॉम से थे, उनके सारे मेडिकल क्लेम का भुगतान करेंगे।
इन सारी एजेंसीज चाहे तीनों डिस्कॉम्स हो, ट्रांसमिशन या पॉवर जनरेशन कंपनी हो इनका हॉस्पिटलों का एक पैनल है। इन सारे अस्पतालों में दिल्ली विद्युत बोर्ड पेंशनर्स को ओपीडी, आईपीडी, एडमिशन सुविधाएं अब 100 फीसदी कैशलेस माध्यम से उपलब्ध होंगी। इन इकाइयों की ज़िम्मेदारी होगी कि वो सभी पेंशनर्स को मेडिकल सुविधाएं मिलें, कैशलेश मेडिकल सुविधाएं मिले।