नई दिल्ली, 9 अगस्त (हि.स.)। श्रीलंका ने ब्रिटेन में चल रहे अप्रवासी विरोधी दंगों के बीच इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के समक्ष सुरक्षा संबंधी चिंता जताई है तथा खिलाड़ियों ने इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला से पहले सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया है।
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले ट्रेनिंग के लिए इंग्लैंड में मौजूद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने अपने क्रिकेट बोर्ड से बेहतर व्यवस्था करने के लिए कहा है, क्योंकि रविवार को पूरी टेस्ट टीम के लंदन पहुंचने से पहले उनके पास सुरक्षा योजना नहीं है।
इंग्लैंड में मौजूद एक श्रीलंकाई खिलाड़ी ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, “ज़्यादातर मुद्दे हमारी मौजूदा स्थिति से अलग हैं, लेकिन फिर भी सभी थोड़े चिंतित हैं। हम डिनर के लिए बाहर नहीं जा सकते या ऐसा कुछ नहीं कर सकते। ज़्यादातर हम होटल में ही रहते हैं। कोई भी परेशानी में नहीं पड़ना चाहता और न ही पिटना चाहता है।”
खिलाड़ी ने कहा, “हमने बोर्ड से कहा है कि मुख्य टीम के आने तक हमारे लिए कुछ सुरक्षा की मांग करें, लेकिन हमें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।”
श्रीलंका टीम के मैनेजर महिंदा हलंगोडा ने कहा कि उन्होंने मैनचेस्टर में अशांति की रिपोर्ट पढ़ने के बाद ईसीबी के समक्ष सुरक्षा मुद्दे को उठाया, जहां पहला टेस्ट निर्धारित है।
हलंगोडा ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, “मैंने उनके समक्ष मुद्दा उठाया और ईसीबी ने बहुत जल्दी जवाब दिया और हमें अपने व्यापक सुरक्षा इंतजाम भेजे। हम दौरे पर उनकी ओर से भी सुरक्षा संपर्क रखेंगे।”
2022 में, श्रीलंका भी इंग्लैंड जैसी ही स्थिति में था, जब ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए संकटग्रस्त द्वीप राष्ट्र का दौरा करने पर नैतिक चिंता जताई थी। राजनीतिक अशांति ने उस वर्ष एशिया कप को भी संयुक्त अरब अमीरात में स्थानांतरित कर दिया। श्रीलंका 21 अगस्त को ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत करेगा।