क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर पांच करोड़ की ठगी का खुलासा, तीन गिरफ्तार

– आराेपिताें ने 21 राज्यों की 250 साइबर अपराध की घटनाओं का किया खुलासा

गाजियाबाद, 29 जुलाई (हि.स.)। थाना साइबर क्राइम पुलिस ने सोमवार को क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने के मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों युवकों सेे पूछताछ के दौरान विभिन्न राज्यों की 250 घटनाओं में इनकी संलिप्तता होने और पांच करोड़ रुपये की ठगी का खुलासा किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन मोबाइल और आठ लाख रुपये बरामद किए हैं।

एडीसीपी सच्चिदाननद ने बताया कि आरोपितों ने 24 जनवरी से 25 अप्रैल के बीच संजय कटियार नामक शख्स से एक करोड़ 37 लाख रुपये विभिन्न खातों में क्रिप्टो टेडिंग के नाम पर ट्रांसफर करवाकर ठगी की थी। संजय कटियार ने 1 मई को थाना साइबर क्राइम पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोपितों ने फेसबुक से सम्पर्क कर व्हाट्सएप नंबर से चैटिंग करते हुए एक क्रिप्टो करेन्सी ट्रेडिंग की वेबसाइट के बारे में बताया और क्रिप्टो करेन्सी से अधिक मुनाफा कमाने का विश्वास दिलाया।उन्होंने बताया कि आरोपितों ने संगठित रूप से फर्जी फर्में बनाकर उसके नाम पर बैंक में चाले खाते खोले और अवैध तरीके से सिम प्राप्त कर व्हाट्सअप, टेलीग्राम पर आईडी बनाई। इन लाेगाें ने फर्जी क्रिप्टो करेन्सी ट्रेडिंग पोर्टल बनाकर फर्जी तरीके से लाेगाें क्रिप्टो ट्रेडिंग कराई। इन आराेपिताें ने संजय कटियार सेेे विभिन्न बैंक खातों में कुल 1 करोड़ 37 लाख रुपये ट्रांसफर करवा धोखाधड़ी की।

थाना साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल के बाद प्रदीप कुमार, सुमित कुमार निवासी दिल्ली और

आकिफ फरहान खान उर्फ मनन निवासी उड़ीसा को गिरफ्तार कर लिया। एडीसीपी ने बताया कि आरोपित प्रदीप कुमार ई रिक्शा चलाता है तथा सुमित कुमार चार्जिंग सेन्टर चलाता था और लेबर कार्ड बनाने का काम करता था। सुमित व प्रदीप ने मिलकर रोहिणी में बैंक खाता खुलवाया और सुमित ने इस फर्म के खाते को आकिफ फरहान खान उर्फ मनन निवासी राउरकेला जिला सुन्दरगढ़ उडीसा को बेच दिया। आकिफ फरहान खान उर्फ मनन ने इस खाते को आगे बादल नाम के व्यक्ति को बेचा। इनके द्वारा खुलवाये गये इन फर्जी खातों में साइबर फ्रॉड के आये हुए पैसे के अनुपात में कमीशन प्राप्त होता था।

एडीसीपी सच्चिदाननद ने बताया कि आकिफ फरहान खान उर्फ मनन उडीसा से नोएडा में सेक्टर 16 फिल्म सिटी नोएडा में निर्देशक का 1 वर्ष का कोर्स करने 2019-2020 में आया था। उसके बाद आकिफ दिल्ली आता जाता रहता था, उसी दौरान भुवनेश्वर उडीसा के बादल नाम के व्यक्ति से मिला। बादल बैंकों के खाते साइबर अपराधियों को खरीदने बेचने का काम करता है। इस गैंग के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले के जितेन्द्र विश्वकर्मा थाना क्षेत्र साइबर क्राइम के साथ 10 लाख रुपये , रिचा वर्मा निवासी थाना क्षेत्र गोमती नगर एक्सटेंशन के साथ एक करोड़ 75 लाख 42,079 रुपये, सौरभ सिंह पटेल निवासी थाना क्षेत्र आलमबाग के साथ 20 लाख 44 हजार 400 रुपये का साइबर फ्रॉड किया।

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