मेरठ, 26 जुलाई (हि.स.)। परतापुर थाना क्षेत्र में दिल्ली-देहरादून हाईवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के टी-प्वाइंट पर कार की टक्कर से कांवड़ खंडित हो गई। इससे गुस्साए कांवड़ियों ने कार सवार चार लोगों की जमकर पिटाई की। इसके साथ ही कार में तोड़फोड़ की। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कांवड़ियों को शांत किया और कांवड़िये को अपनी गाड़ी में हरिद्वार फिर से गंगाजल लाने के लिए भेजा।
परतापुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर परतापुर के दिल्ली-देहरादून हाईवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के टी-प्वाइंट पर गलत दिशा से आ रही कार से गंगाजल लेकर गाजियाबाद जा रहे एक कांवड़िये को टक्कर मार दी। इससे कांवड़िये की कांवड़ खंडित हो गई। इससे गुस्साए कांवड़ियों ने लाठी-डंडों से कार सवार चार लोगों की पिटाई शुरू कर दी। कार में सवार लोग मुस्लिम समुदाय के थे। इससे भी कांवड़िये आक्रोशित हो गए। कांवड़ियों की पिटाई से कार सवारों के कपड़े भी फट गए। इसके बाद तीन लोग अपनी जान बचाकर वहां से भाग गए। जबकि एक व्यक्ति कांवड़ियों की पकड़ में आ गए। उसकी बुरी तरह से पिटाई की गई। वह लगातार कांवड़ियों से माफी मांगता रहा। कांवड़ियों ने हंगामा करते हुए लाठी-डंडों से कार में तोड़फोड़ की। इससे कार के शीशे टूट गए और कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। कांवड़ियों ने कार की छत पर चढ़कर भी हंगामा किया।
सूचना मिलते ही एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्र, सीओ ब्रह्मपुरी प्रमोद कुमार, सीओ शुचिता सिंह मौके पर पहुंचे और कांवड़ियों को शांत किया। कांवड़ियों ने कार सवार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। कांवड़ियों ने कहा कि कार गलत दिशा से आ रही थी। हम लोगों ने कार को रोकने का इशारा भी किया, लेकिन कार सवार नहीं माने और कार की टक्कर से एक कांवड़ खंडित हो गई। हम लोग हरिद्वार से पैदल कांवड़ लेकर आ रहे हैं और हमारे पैरों में छाले तक पड़ गए हैं। इन्होंने सब मेहनत बेकार कर दी।
अधिकारियों ने प्रशासन की मदद से जल लेने के लिए दोबारा हरिद्वार भेजा। पुलिस ने कार को अपने कब्जे में लेकर पुलिस यार्ड भिजवा दिया। कार सवारों से मारपीट और कार को तोड़ने का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के अनुसार, एक कांवड़िये का जल खंडित हुआ। कांवड़ियों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। बातचीत के बाद दोनों पक्षों में से कोई भी कार्रवाई के लिए तैयार नहीं हुआ और मामला शांत हो गया।