झारखंड में योजनाबद्ध तरीके से मूल निवासियों को अल्पसंख्यक बनाए जाने का चल रहा खेल: शिवराज

रांची, 17 जुलाई (हि.स.)। केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री और झारखंड के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को झारखंड के हटिया विधानसभा क्षेत्र में अभिनंदन सह-विजय संकल्प सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन नेताओं के स्वागत का नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं के सम्मान का दिन है। भाजपा के कार्यकर्ता नींव के पत्थर हैं। कार्यकर्ताओं से ही पार्टी को मजबूती मिलती है। आने वाले विधानसभा चुनाव में बेईमानों की सरकार को उखाड़ कर फेंकना है और झारखंड को बचाना है।

शिवराज ने कहा कि कार्यकर्ता बहनों और भाइयों, लोकसभा चुनाव की इस विजय के बाद झारखंड के विधानसभा चुनाव में महाविजय का संकल्प लेना है। संकल्प विजय का नहीं महाविजय का और यह जरूरी है। जरूरी इसलिए है कि झारखंड को बचाना है। जनता को तबाही से बचाना है। विजय इसलिए भी जरूरी है कि सरकार में विदेशी घुसपैठिए अवैध घुसपैठ कर रहे हैं और ये सरकार यदि दोबारा आ गयी तो ये मान लेना कि यहां के मूलनिवासी अल्पसंख्यक हो जायेंगे। सोरेन सरकार में योजनाबद्ध तरीके से मूलनिवासियों को अल्पसंख्यक बनाए जाने का खेल चल रहा है। हम वोटों के लालच में झारखंड की अस्मिता के साथ खिलवाड़ नहीं होने दे सकते हैं और खतरा सामने खड़ा है। बचाना है झारखंड को। बचाना है हमारी संस्कृति को। बचाना है हमारे जीवन मूल्यों को। बचाना है हमारी परंपराओं को और इसलिए झारखंड में अब कोई सरकार आएगी तो वह केवल भाजपा की सरकार आएगी।

झारखंड में अपराध चरम सीमा पर

चौहान ने हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सोरेन सरकार ने झारखंड में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कर दी है। प्रदेश में भ्रष्टाचार की नित्य नयी परिभाषा गढ़ी जा रही है। राज्य में घोटालों और भ्रष्टाचार से जनता त्राहिमाम कर रही है। उन्हाेंने कहा कि झारखंड में अपराध भी चरम सीमा पर है। उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार साल में 7 हजार 812 हत्याएं हुईं। इनकी सरकार में 7 हजार 115 बलात्कार हुए।

शिवराज ने कहा कि झारखंड की धरती पर 6 हजार 937 अपरहरण हुए। दंगे 8 हजार 592 हुए। लूट 2 हजार 721 हुईं। डकैती 485 हुई और संज्ञेय अपराध 2 लाख 73 हजार 261 हुए। रुबिका जैसी बिटिया के टुकड़े टुकड़े करके और एक नहीं 50… 50 टुकड़े कर फेंकने का काम इस सरकार में अपराधी करते हैं। इस सरकार को शर्म आनी चाहिए, जो बहनों और बेटियों की इज्जत नहीं बचा सकती। उनका अपमान करती है। इतना ही नहीं इस सरकार में घुसपैठिए जनजाति बेटियों से शादी कर जमीनें हड़प कर हकदार भी बन रहे हैं और उनके नाम से चुनाव तक लड़ रहे हैं।

ये झारखंड को बचाने का चुनाव

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां करोड़ों रुपये भेजे, जिससे घर-घर पीने का पानी, नल के पाइप से मिल जाए लेकिन झारखंड के बहनों-भाइयों में आपसे पूछना चाहता हूं बताओ आपको पाइप लाइन डालकर नल से पानी मिला क्या..? हेमंत सोरेन की सरकार वाले पानी का पैसा भी पी गए। चौहान ने कहा, हमने सुना है कि कुंभकरण छह महीने सोता था और छह महीने जगता था और जब जागता था तो सिर्फ खाते ही रहता था। ये गठबंधन के दो कुंभकरण केवल रोटी नहीं खाते। ये बालू भी खाते हैं, ये खनिज भी खाते हैं, ये पहाड़ भी खाते हैं। ये केंद्र का भेजा पैसा खाते हैं और ये गरीबों के मकान खा जाते हैं। इन्होंने झारखंड को तबाह और बर्बाद कर दिया। चौहान ने कहा कि ये गठबंधन की सरकार यदि पांच साल और आ गई तो झारखंड बचेगा नहीं। इसलिए ये चुनाव झारखंड को बचाने का चुनाव है। ये झारखंड की जनता का सम्मान बचाने का चुनाव है। ये झारखंड की संस्कृति और अस्मिता को बचाने का चुनाव है।

चुनाव से पहले गठबंधन सरकार ने जनता से सैकड़ों वादे किए थे लेकिन मिला कुछ नहीं

शिवराज ने कहा कि चुनाव से पहले गठबंधन सरकार ने जनता से सैकड़ों वादे किए थे लेकिन मिला कुछ नहीं। पांच लाख नौकरियां देने का वादा था लेकिन नौकरियां केवल होर्डिंग्स में ही मिली। पांच हजार रुपये स्नातक और सात हजार रुपये स्नातकोत्तर को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा था लेकिन ना नौकरी मिली और ना ही बेरोजगारी भत्ता मिला। गरीब बहनों को दाे हजार रुपये घर खर्च देने का वादा था लेकिन पांच सालों में उन्हें भी घर खर्च नहीं मिला।

शिवराज ने कहा कि महिलाओं को बिना गारंटी केवल आधार कार्ड पर 50 हजार रुपये का लोन देने का वादा था लेकिन आज तक किसी भी बहन को लोन नहीं मिल सका। किसानों से किसान बैंक खोलने का वादा किया था लेकिन कहीं भी किसान बैंक नहीं खुला। उल्टा इन्होंने तो झारखंड की जनता से छीना है। जब झारखंड में भाजपा की सरकार थी तो पांच एकड़ तक के किसानों को पांच हजार रुपये प्रति एकड़ दिया जाता था लेकिन सोरेन सरकार ने सत्ता में आते ही किसानों से ये राशि छीन ली। भाजपा सरकार में 50 लाख तक की संपत्ति बहन-बेटी के नाम पर खरीदी जायेगी तो केवल एक रुपये में रजिस्ट्री हो जाएगी। इन्होंने बहनों से ये भी छीन लिया। सोरेन सरकार ने दिया नहीं, बल्कि सब कुछ छीन लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *