पश्चिम चंपारण(बगहा), 15 जुलाई (हि.स.)। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर से सटे पड़ोसी देश नेपाल के त्रिशूली में शुक्रवार को हुए भूस्खलन के बाद दुर्घटना में दो बसें बह गई थी, जिसमे सवार लगभग 63 लोग में केवल 3 लोग बच पाए थे। बाकी 60 लोग पानी के बहाव में बह गए थे, जिनकी तलाश नेपाल पुलिस द्वारा लगातार जारी है।
इसी क्रम में रविवार की शाम गंडक बराज में बह कर आए दो और सोमवार को भी तीन शव को नेपाल पुलिस ने बरामद किया है। फाटक में अटके एक शव को निकालने की प्रक्रिया जारी है। रविवार की शाम गंडक बराज के जल संसाधन विभाग के कंट्रोल रूम के समीप तिरहुत नहर के चार और छः नंबर फाटक में दो शव को पानी में बहते हुए देखा गया।जिसकी सूचना नेपाल प्रशासन को दी गई।
सूचना पर नेपाल पुलिस और नेपाल आर्म्ड फोर्से की टीम मौके पर पहुंच दोनो शव को पानी से निकाल कर बाहर करते हुए दोनो शव को नेपाल के चितवन प्रदेश के अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
इस सन्दर्भ में जानकारी देते हुए त्रिवेणी नेपाल प्रहरी गोरखा गण त्रिवेणी पोस्ट के सब इंक्पेटर महेश राय माझी ने बताया कि रविवार को दो शव को गंडक नदी से निकाला गया था।जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है।
सोमवार को भी तीन अन्य शव को देखा गया है। जिसमें एक महिला और दो पुरुष के शव को निकाला गया है। तीसरे शव को निकालने की प्रक्रिया जारी है। निकाले गए सभी चारों शव को चितवन प्रदेश अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी और भी शव के नदी में बहकर आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अब तक बरामद चारों शवों की पहचान नहीं हो सकी है।