दतिया, 6 जुलाई (हि.स.)। आर.एल.पी.एस स्कूल से चार साल की बच्ची का 30 लाख रुपये की फिरौती के लिये अपहरण का प्रयास करने वाले दो अपचारी बालकों को थाना कोतवाली पुलिस ने महज 72 घन्टे में पुलिस अभिरक्षा में लेकर खुलासा कर दिया है। शनिवार को पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने एक प्रेस कान्फ्रेंस कर बताया कि 3 जुलाई को फरियादी ने थाना कोतवाली में अपनी 4 साल की बच्ची को आरएलपीएस स्कूल परिसर से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट पर से थाना कोतवाली पर अप क्र 530/24 धारा 137(2), 62 बीएनएस का अपराध पंजीबद्द कर विवेचना मे लिया गया।
उन्होंने बताया कि एसडीओपी प्रियंका मिश्रा के मार्गदर्शन में टीआई कोतवाली धीरेन्द्र मिश्रा ने उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुये अज्ञात आरोपित की तलाशी के लिए टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा घटना स्थल के आस पास आम रास्तो पर लगे 100 से ज्यादा सीसीटीव्ही फुटेज को चैक किया गया एंव मुखबिरो तथा स्वतन्त्र साक्षीयो तथा तकनीकि सहायता के आधार पर दो सन्देहियों को चिन्हित किया गया बाद मुखबिर की सूचना पर से दविश देकर ठण्डी सडक एंव झांसी बाय पास से दो सन्देही अपचारी बालको को पकड़ा गया। पकडे गये दोनो सन्देहियो से पूछताछ की गयी तो जुर्म स्वीकार करते हुये बताया कि करीब 02 साल पहले दोनों बालक एक साथ जिम मे जाते थे बाद दोनो मे अच्छी दोस्ती हो गयी थी तथा आज से करीबन 03 माह पहले अपने शौक पूरा करने के लिये किसी बच्चे का अपहरण कर 30 लाख रूपये की फिरौती लेने का प्लान बनाया। दोनों बाल अपचारी शहर में अलग-अलग स्कूलो में जाकर रैकी करने लगे जिसके बाद उन्होंने ने आरएलपीएस स्कूल में पढने वाली 04 साल की बच्ची का अपहरण करने का प्लान बनाया । बच्ची के परिवार के संबंध मे जानकारी हासिल की फिर 2 जुलाई को दोनों बाल अपचारियो ने पुनः योजना बनाई कि हम बच्ची का अपहरण करके मो.सा. से झांसी ले जायेगे वहाँ से कार से उसे दक्षिण भारत ले जायेगे फिर उसके बाद बच्ची के परिवार से हम 30 लाख रूपये की मांग करेंगे।
3 जुलाई को दोनों बाल अपचारियों में से एक बाल अपचारी ने बच्ची के परिवारजनो के मकान के पास रैकी करने लगा तथा दूसरा बालक आरएलपीएस स्कूल से बच्ची का अपहरण करने के लिये गया उसके बाद वह मौका देखकर बच्ची को स्कूल से मो.सा. से अपहरण कर ले जाने का असफल प्रयास किया, किन्तु मौके पर बच्ची का चाचा एवं अन्य लोगो के आ जाने से बच्ची को वही छोडकर भाग गया। प्रकरण में विवेचना के दौरान धारा 140(2) बीएनएस का ईजाफा किया गया। बाद दोनों बाल अपचारियों के कब्जे से 02 मोबाइल, एक स्मार्ट वाच व एक मोटर साईकिल को जब्त कर दोनो बाल अपचारी को ज्यूडिशियल रिमान्ड में भेजा गया।