गुवाहाटी, 06 जुलाई (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) में रेल सुविधाओं को और अधिक बढ़ाने के क्रम में, रेलवे बुनियादी संरचना परियोजनाओं के लिए अंतरिम बजट 2024-25 में 10,369 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के अंतर्गत, पूसीरे के 91 स्टेशनों का विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाओं/प्रावधान के साथ पुनर्विकसित किया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत एक चयनित रेलवे स्टेशनों में से, पूसीरे के कटिहार मंडल के अंतर्गत कालियागंज रेलवे स्टेशन की 24.87 करोड़ रुपये की लागत से एक नया स्वरूप मिलेगा। इस स्टेशन के नवीनीकरण से आस-पास के क्षेत्रों के रेल उपयोगकर्ताओं को नवीन अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
पूसीरे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने आज बताया कि कालियागंज रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है, जो पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के विस्तृत क्षेत्र में सेवा प्रदान करता है। विभिन्न चल रहे और प्रस्तावित पुनर्विकास कार्यों की समग्र वास्तविक प्रगति लगभग 50 प्रतिशत प्राप्त की गई है। पुनर्विकसित स्टेशन के लिए प्लॉट कवरेज पर अवलोकन, भविष्य में अतिरिक्त प्लेटफार्मों के प्रावधान, 3 डी व्यू एवं मास्टर प्लान, सीमा क्षेत्र का निर्धारण, संरचनाओं के स्थानांतरित एवं ध्वस्त कार्य चल रहे हैं। इसके अलावा, रिटेल कियोस्क और यात्री सुविधाओं के अन्य तत्वों के साथ 12 मीटर एफओबी की योजना प्रस्तुत की गई है और इसकी समीक्षा की जा रही है।
वास्तव में, लिफ्ट के साथ एफओबी भी प्रदान किया जाएगा, ताकि स्टेशन के प्रत्येक प्लेटफार्म और उसके हिस्से आसानी से एवं कुशलता से जुड़े रहें। एफओबी का स्थान साइट की स्थितियों के अनुसार तय किया गया है और दिव्यांगजनों के लिए एक अलग मास्टर प्लान भी तैयार किया गया है। दिव्यांगजनों के साथ-साथ पुरुष और महिलाओं के लिए अन्य सुविधाओं के साथ नए शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। प्लेटफार्म लेआउट, साइनेज प्लान, ड्रेनेज प्लान, केबल रूट प्लान आदि को क्रियान्वित करने का निर्णय लिया गया है। स्टेशन में वर्षा जल संचयन, सीवेज उपचार संयंत्र, उप स्टेशन, ईआई भवन और सौर संयंत्र के लिए प्रावधान और सुविधाएं भी होंगी। स्टेशन परिसर को प्रत्येक वर्ग के यात्रियों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित और आसान पहुँच बनाने के लिए साइनेज के साथ उचित प्रकाश व्यवस्था प्रदान की जाएगी।
इस स्टेशन के अपग्रेडेशन से नए मार्गों का सृजन होगा, जो नये रोजगार, व्यवसायिक अवसरों के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे और यात्रा में आसानी होगी। उन्नत स्टेशन क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में कार्य करेगा और इस प्रकार कनेक्टिविटी एवं आर्थिक विकास दोनों को बढ़ावा प्रदान करेगा।