ऋषिकेश में माधव सेवा विश्राम सदन का आरएसएस प्रमुख डॉ भागवत ने किया लोकार्पण

– इस सदन में एम्स आने वालों को मिलेगा सस्ता खाना व रहने की सुविधा

– भाऊ राव देवरस सेवा न्यास ने कराया है निर्माण, एक साथ रुक सकेंगे 430 लोग

देहरादून, 3 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने बुधवार को ऋषिकेश में भाऊ राव देवरस सेवा न्यास की ओर से निर्मित ‘माधव सेवा विश्राम सदन’ का लोकार्पण कर देवभूमि को समर्पित किया। इस केन्द्र पर गरीबों और जरुरतमंदों के लिए आवास उपलब्ध होगा। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे।

संघ प्रमुख डॉ भागवत अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार की शाम योग और अध्यात्म की नगरी ऋषिकेश पहुंचे। डॉ भागवत ने यहां सेवा और सद्भावना का के प्रतीक के रूप में बनाए गए ‘माधव सेवा विश्राम सदन’ का लोकार्पण किया।

इस संबंध में भाऊराव देवरस सेवा न्यास के अध्यक्ष ओम प्रकाश गोयल ने बताया कि दो वर्ष के भीतर यह विश्राम सदन बनकर तैयार हुआ है। इसका निर्माण 1.40 लाख स्क्वायर फीट भूमि पर लगभग 30 करोड़ की लागत से हुआ है। इसमें करीब 150 दानदाताओं ने अपना सहयोग किया है। उन्होंने बताया कि इस सदन में 430 बेड और 120 कमरे हैं। आठ बेड की डॉरमेट्री में 55 रुपये और चार बेड की डॉरमेट्री में 75 रुपये देकर एक दिन के लिए रुका जा सकता है। कमरे का किराया न्यूनतम 420 रुपया निर्धारित है।

न्यास के सचिव राहुल सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों के रुकने की सुविधा एम्स ऋषिकेश की संस्तुति पर मिलेगी। उन्होंने बताया कि यहां अधिकतम 14 दिन तक रुका जा सकेगा। विश्राम सदन के भीतर 30 रुपये थाली भोजन और 10 रुपये में नाश्ता भी उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में समाज का पैसा समाज के काम आ रहा है। एम्स की पैदल दूरी है, इसलिए रोगियों के लिए अत्यंत सुविधाजनक है।

वास्तुशिल्प का उत्कृष्ट उदाहरण है माधव सेवा विश्राम सदन

माधव सेवा विश्राम सदन न केवल वास्तुशिल्प का एक उत्कृष्ट उदाहरण है बल्कि यह गंगा से मात्र तीन सौ मीटर की दूरी पर स्थित है। सदन में ठहरने के अलावा योग साधना, सत्संग और बच्चों के खेलने की भी व्यवस्था है। मानसिक स्वास्थ्य के दृष्टिगत यहां पुस्तकालय और टीवी लाउंज की भी सुविधा है। भोजन कक्ष में एक साथ सौ लोग बैठकर भोजन कर सकते हैं, जिससे सामुदायिक भावना को बल मिलता है। इस भवन में सुरक्षा और सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है। आपात स्थिति में अग्निशमन व जल संचयन की व्यवस्था और दिव्यांगों के लिए अलग से सुविधायुक्त शौचालय है। भवन के ऊपरी तलों पर आरामदायक आवागमन के लिए लिफ्ट की सुविधा है। देश के पांच अन्य स्थानों पर इसी तरह के विश्राम सदनों का संचालन न्यास कर रहा है। भाऊ राव देवरस सेवा न्यास का उद्देश्य आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की शिक्षा और स्वास्थ्य की आवश्यकताओं को पूरा करना और उनका स्तर सुधारना है। न्यास के माध्यम से समाज के अन्य लोगों के समकक्ष लाने का यह प्रयास सराहनीय है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *