मुंबई, 28 जून (हि.स.)। मलाड में आइसक्रीम में मिली उंगली और कंपनी के सहायक संचालक का डीएनए सैंपल मैच होने के बाद अब इस मामले की जांच तेज हो गई है। आइसक्रीम में मिले उंगली के कटे हिस्से की डीएनए रिपोर्ट के बाद अब पुलिस जांच कर रही कि इस मामले में किसकी लापरवाही थी।
मलाड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवि अडाने ने बताया, “आइसक्रीम में मिली उंगली को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया था। साथ ही कंपनी के सहायक संचालक प्रबंधक का भी डीएनए जांच के लिए भेजा गया था। दोनों के डीएनए सैंपल मैच हो गए। अब हम जांच कर रहे हैं कि इस मामले में किसकी लापरवाही थी। यह मामला आईपीसी की धारा 272, 273 और 336 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है।”
दरअसल, कुछ दिनों पहले मुंबई के मलाड में ब्रेंडन फेरारो नाम के डॉक्टर को आइसक्रीम में इंसानी उंगली मिली थी। डॉक्टर ने इस मामले की शिकायत मलाड पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आइसक्रीम में मिली इंसान की उंगली का डीएनए परीक्षण किया गया। पुणे की जिस फैक्टरी में यह आइसक्रीम बनाई जाती थी, उसका नाम फॉर्च्यून डेयरी है।
इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आइसक्रीम कारखाने के सहायक संचालक प्रबंधक ओमकार पोटे के दाएं हाथ के मध्यमा उंगली का ही अगला हिस्सा है, जो 11 मई को उक्त कारखाने में काम करने के दौरान लापरवाही बरतने के चलते कट गया था। डीएनए रिपोर्ट के मुताबिक आइसक्रीम में मिले उंगली के हिस्से और कारखाने के कर्मचारी पोटे के कटे मध्यमा उंगली के अगले हिस्से एक ही हैं। उसने दुर्घटना की सूचना डेयरी को दी थी, लेकिन कंपनी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले की गहन छानबीन जारी है।