गुवाहाटी, 21 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की गुवाहाटी महानगर इकाई ने यूजीसी-नेट परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में शुक्रवार को गुवाहाटी कॉमर्स कॉलेज के सामने प्रदर्शन किया। हाल ही में यूजीसी-नेट परीक्षा में विसंगतियों और अनियमितताओं के कारण अचानक परीक्षा रद्द होने से अभ्यर्थियों में असमंजस का माहौल बना हुआ है। इस संबंध में अभाविप ने शिक्षा मंत्रालय से इस मुद्दे पर जल्द फैसला लेने और स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है ताकि छात्रों का भविष्य खतरे में न पड़े।
अभाविप ने कहा है कि एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं में भारी अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं। नीट-यूजी की परीक्षा में अनियमितता के बाद अब यूजीसी-नेट की परीक्षा का बीते दिन रद्द होना एनटीए जैसी सरकारी संस्था पर बड़ा प्रश्न चिह्न खड़ा करता है, जोकि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला विषय है। इस वर्ष विश्वविद्यालयों में पीएचडी में प्रवेश भी यूजीसी–नेट के माध्यम से होने थे। परीक्षा रद्द होने से पीएचडी प्रवेश के अभ्यर्थियों के मन में भी गहरी शंकाएं उत्पन्न हो गई हैं। अभाविप ने शिक्षा मंत्रालय से मांग की है कि इस संबंध में संबंधित एजेंसियों को स्थिति शीघ्र स्पष्ट करनी चाहिए जिससे पीएचडी के अभ्यर्थियों का भी किसी प्रकार से नुकसान न होने पाए तथा परीक्षा पूर्णतया निष्पक्ष एवं पारदर्शी हो यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
अभाविप असम प्रांत के प्रांत मंत्री हेरल्ड महन ने कहा कि परीक्षाओं में लगातार अनियमितताओं की घटनाएं विचलित करने वाली एवं दुर्भाग्यपूर्ण हैं जो न केवल एनटीए जैसी परीक्षा एजेंसियों की क्रेडिबिलिटी पर प्रश्न चिह्न खड़ा करती हैं बल्कि विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली हैं। यह स्थिति किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है। इसी क्रम में बीते दिन यूजीसी-नेट की परीक्षा का रद्द होना, यूजीसी नेट के अभ्यर्थियों के साथ-साथ पीएचडी प्रवेश की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का भविष्य भी अधर में डालने वाला है। अभाविप ने मांग किया है कि लगातार होने वाली इस प्रकार की अनियमितताओं की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए एवं दोषियों को कठोर दंड सुनिश्चित करना चाहिए।