गुवाहाटी, 19 जून (हि.स.)। असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने भारत और असम में मारवाड़ी समाज के योगदान को लेकर आज चर्चा की। इस क्रम में उन्होंने ज्योति प्रसाद अगरवाला का उल्लेख किया, जिनकी तस्वीर आज असम के हर घर में टंगी हुई है।
राज्यपाल आज भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम के सौजन्य से राजधानी गुवाहाटी के भरलुमुख स्थित आलोक भवन के संघ साधक मधुकर लिमये सभागृह में आयोजित एक पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. श्याम सुंदर हरलालका द्वारा रचित और भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम द्वारा प्रकाशित पुस्तक “असम के मारवाड़ी समाज का इतिहास” के अंग्रेजी संस्करण का बुधवार की शाम पांच बजे राज्यपाल के हाथों विमोचन किया गया।
राष्ट्रगीत और दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम के सह-संगठन मंत्री गिरीन राय द्वारा संचालित इस पुस्तक विमोचन समारोह को भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम के अध्यक्ष डॉ. गजेंद्र अधिकारी ने संबोधित किया।
अखिल भारतीय इतिहास संकलन समिति के राष्ट्रीय महासचिव हेमंत धिंग मजूमदार सम्मानित अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे। अपने संबोधन में उन्होंने भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम का संक्षिप्त परिचय दिया। जबकि, पुस्तक के लेखक डॉ. श्याम सुंदर हरलालका ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने असम में मारवाड़ी समाज के इतिहास पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि पुस्तक तीन भाषाओं असमिया, हिंदी और अंग्रेजी में प्रकाशित की गयी है।
अंत में भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम के सचिव डॉ. तपन कलिता ने असमिया संगीत के साथ संपन्न हुए इस कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को धन्यवाद् ज्ञापित किया।