गुवाहाटी (असम), 15 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चाय जनजाति समुदाय का अपमान किया है। उन्होंने आज कहा कि डिब्रूगढ़ में पबन सिंह घाटोवार जैसे चाय जनजाति के कद्दावर नेता होने के बावजूद कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। उन्होंने ने कहा कि यह पूरे चाय जनजाति समुदाय का अपमान है।
मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पबन सिंह घटवार के लिए दुखी हैं, क्योंकि चाय जनजाति से एक कांग्रेस नेता होने के बावजूद उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया गया और लुरिनज्योति गोगोई को टिकट दे दिया गया। भाजपा ने चाय जनजाति के नेता कामाख्या प्रसाद तासा को सांसद बनाया, लेकिन घटवार सांसद नहीं बने।
एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के लोकसभा चुनावों में भाजपा का दमदार प्रदर्शन रहा। उन्होंने कहा कि 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की बड़ी जीत होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा और इसके सहयोगी दलों द्वारा राज्य की 126 विधानसभा सीटों में से 90 से 100 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 14 में से नौ सीटों पर विजयी रही, जबकि सहयोगी दल असम गण परिषद और यूपीपीएल ने से एक-एक सीट पर जीत हासिल की। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने असम में 93 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की। अकेले भाजपा ने 76 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की, जबकि अगप और यूपीपीएल ने क्रमशः 10 और 7 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की इस जीत का सिलसिला 2026 में भी बरकरार रहेगा, क्योंकि उनकी सरकार लगातार जनहित में एक से बढ़कर एक कार्य कर रही है।