कोलकाता, 12 जून (हि.स.)। युवा पैडलर पोयमंती बैस्या 12 से 23 जून तक रूस के कजान में होने वाले ब्रिक्स स्पोर्ट्स गेम्स के लिए भारतीय टीम में शामिल किए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए उत्सुक हैं।
फीडर टूर्नामेंट में लगातार पदक हासिल करने से पोयमंती का आत्मविश्वास बढ़ा है। वह डब्ल्यूटीटी फीडर कैप्पाडोसिया 2024 (तुर्की) में दो पदक जीतकर लौटीं। उन्होंने आकाश पाल के साथ मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण और कृत्विका रॉय के साथ महिला डबल्स में रजत पदक जीता। अदाणी समूह की #गर्वहै पहल का हिस्सा, 21 वर्षीय इस खिलाड़ी को घरेलू सर्किट में जीत की आदत है और अब वह इसे अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में भी जारी रखने की कोशिश में जुटी हैं।
पोयमंती ने अदाणी समूह की ओर से जारी एक बयान में कहा, “इन टूर्नामेंटों को जीतने से मैं कठिन टूर्नामेंटों के लिए तैयार हो जाऊँगी। मैं ब्रिक्स स्पोर्ट्स गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए रूस जाऊंगी। यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि और जीवन भर का सपना है। उसके बाद, मैं अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों का इंतजार कर रही हूं।”
हालांकि, पोयमंती बहुत आगे की सोचने को लेकर सावधानी बरत रही हैं।
उन्होंने कहा, “सबसे पहले, मुझे अपनी अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार करने की जरूरत है। मैं चीजों को चरण-दर-चरण देख और कर रही हूं। मुझे और अधिक टूर्नामेंट खेलने हैं, लेकिन अभी मेरा लक्ष्य खुद को और अपनी रैंकिंग को बेहतर बनाना है।”
पोयमंती की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग ऊपर की ओर बढ़ रही है, और उन्हें उस गति को बनाए रखने के लिए विदेशों में अधिक टूर्नामेंटों में भाग लेना होगा। यहीं पर अदाणी समूह के समर्थन ने उनकी मदद की है।
उन्होंने कहा, “मुझे अदाणी समूह से जबरदस्त समर्थन मिला है। उन्होंने मुझे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों की तैयारी में मदद की है और आवश्यक चीजों की मुझ तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए समर्थन दिया है। इस तरह के मजबूत समर्थन के बिना, यह कठिन हो जाता है। मैं अपनी अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार करना जारी रखना चाहती हूं ताकि मैं अंततः भारत के लिए पुरस्कार जीत सकूं।”
पोयमंती बैस्या ने आगे कहा, “अदाणी समूह के साथ जुड़ने से पहले, मैंने एक साल में केवल दो अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे, लेकिन अदानी समूह के साथ जुड़ने के बाद, मैंने जिन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भाग लिया, उनकी संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।”
तुर्की की पोयमंती की सफल यात्रा सही दिशा में उठाया गया एक कदम है। मिक्स्ड डबल्स में आकाश पाल के साथ स्वर्ण पदक जीतने से जुड़ी अपनी साझेदारी को लेकर उन्होंने कहा, “आकाश और मैं बचपन से ही साथ में अभ्यास करते आ रहे हैं। 2023 में, हमने एक राष्ट्रीय रैंकिंग टूर्नामेंट में युगल मुकाबला खेला। 2024 में, आकाश और मैंने लेबनान के बेरूत में एक साथ अपना पहला फीडर टूर्नामेंट खेला, जहाँ हमने कांस्य पदक जीता।”
उन्होंने आगे कहा, “ कृत्विका रॉय के साथ डबल्स में रजत पदक जीतकर मुझे बहुत खुशी हुई, क्योंकि यह पहली बार था जब हम एक साथ खेले थे। आकाश और मैंने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता और फिर लगातार खिताब जीते, जिससे हमारी रैंकिंग में काफी सुधार हुआ। पहले दो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट से पहले हमारी रैंकिंग कम थी, लेकिन उसके बाद इसमें काफी सुधार हुआ।”