अगरतला, 1 जून : राज्य के खाद्य विभाग ने आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी को रोकने का प्रयास किया है। खाद्य मंत्री सुशांत चौधरी ने शुक्रवार गोरखाबस्ती स्थित खाद्य एवं उपभोक्ता भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में एक बैठक में कालाबाजारी करने वालों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी जो दैनिक आवश्यकताओं की कीमतें बढ़ाने में शामिल हैं।
बैठक में उन्होंने कहा कि राज्य में सावन का मौसम प्रवेश कर चुका है। और उस समय राज्य की भौगोलिक स्थिति के कारण सड़क संचार अक्सर बाधित रहता था। राज्य के खाद्य और सार्वजनिक खरीद विभाग ने सावन के मौसम के दौरान राज्य में दैनिक आवश्यकताओं की कीमतों के साथ-साथ पेट्रोलियम उत्पादों, एलपीजी सिलेंडरों की सामान्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अग्रिम उपाय किए हैं।
इस दिन खाद्य मंत्री ने कहा, पूर्वोत्तर भारत में मानसून के कारण असम-अगरतला राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे पर मालगाड़ियों और वाहनों की आवाजाही कभी-कभी बाधित होती है। परिणामस्वरूप राज्य के बाहर से आयातित विभिन्न वस्तुओं को राज्य में आने में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए विभाग ने अग्रिम तैयारी के तौर पर राज्य में दैनिक आवश्यक खाद्य पदार्थों का बफर स्टॉक बनाया है। बाजार के गोदामों में अभी जितनी जरूरी खाद्य सामग्री जमा है, वह अगले कुछ दिन आराम से गुजर जाएगी। परिणामस्वरूप, खरीदारों को बाजार में किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और खरीदार बिना किसी परेशानी के आवश्यकतानुसार सामान खरीद सकेंगे, ऐसा मंत्री ने आश्वासन दिया।
उन्होंने कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे आम लोगों के साथ कोई समस्या पैदा न करें और आम लोगों को परेशान न करें। खाद्य मंत्री ने कालाबाजारी करने वालों और जमाखोरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि कहीं भी कोई कृत्रिम संकट पैदा नहीं किया जा सकता। रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी से जुड़े लोगों के खिलाफ खाद्य विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य विभाग के अधिकारियों ने राज्य के विभिन्न बाजारों में अपना तलाशी अभियान और गतिविधियां जारी रखी हैं ताकि राज्य में जमाखोर कृत्रिम संकट पैदा न कर सकें और दैनिक आवश्यकताओं की कीमतें बढ़ाकर समय सीमा समाप्त हो चुके उत्पाद न बेच सकें। मूल रूप से, मानसून के मौसम के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत खराब होने की आशंका के मद्देनजर एहतियात के तौर पर खाद्य मंत्री ने आज बैठक की।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल, जो आवश्यक वस्तुएं हैं, उसके बारे में अनावश्यक रूप से चिंतित होने का कोई कारण नहीं है। राज्य में लगभग छह से सात दिन का पेट्रोल और डीजल स्टॉक में है। हालांकि, भारी चक्रवात ने बदरपुर, लमडिंग रेलवे स्टेशन की रेलवे लाइन को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है। कुछ जगहों पर बारिश और पानी जमा हो गया है। इस संबंध में एनएफ रेलवे से संपर्क बनाये रखा जा रहा है। उन्होंने खुद एनएफ रेलवे के महाप्रबंधक से बात की। अगले दो दिनों के दौरान रेल संचार से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को हल करने के लिए युद्धकालीन अभियान चल रहे हैं। इसके अलावा राज्य में खाद्यान्न का पर्याप्त भण्डार है। उन्होंने सभी से अनावश्यक रूप से भ्रमित न होने का आग्रह किया।