कोलकाता, 27 मई (हि.स.)। चक्रवात रेमल के प्रभाव से भले ही बंगाल में मौत कम हुई है लेकिन नुकसान कम नहीं हुआ है। 24 ब्लॉकों और 79 नगरपालिका वार्डों में लगभग 15 हजार घर, ज्यादातर पश्चिम बंगाल के दक्षिणी तटीय इलाके चक्रवात रेमल से प्रभावित हुए। राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम दो हजार 140 पेड़ उखड़ गए और 337 बिजली के खंभे भी गिर गए। कम से कम 14 हजार 941 घर क्षतिग्रस्त हो गए, जिनमें से 13 हजार 938 आंशिक रूप से प्रभावित हुए जबकि 1,003 नष्ट हो गए।
राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि मूल्यांकन के एक और दौर के बाद आंकड़े संभवत: बढ़ेंगे। जिलों में हमारे अधिकारी काम कर रहे हैं और मूल्यांकन की प्रक्रिया अभी भी जारी है। नुकसान के अनुमान की गणना की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने दो लाख सात हजार 60 लोगों को 1438 सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया है और फिलहाल 77 हजार 288 लोग वहां हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 341 दलिया रसोई संचालित की जा रही हैं। हमने तटीय और निचले इलाकों में प्रभावित लोगों को 17 हजार 738 तिरपाल वितरित किए हैं।
प्रभावित क्षेत्रों में काकद्वीप, नामखाना, सागर द्वीप, डायमंड हार्बर, फ्रेजरगंज, बक्खाली और मंदारमणि शामिल हैं। आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और इसके तटीय इलाकों में बुनियादी ढांचे और संपत्ति को व्यापक नुकसान हुआ, क्योंकि चक्रवात रेमल ने राज्य और पड़ोसी बांग्लादेश में 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली हैं।